यहां बंदूक के साए में स्कूल जाने को मजबूर है बच्चे, दो दिन पहले बाघ ने महिला को बनाया निवाला
RAMNAGAR: रामनगर में कॉर्बेट नेशनल पार्क की ढेला रेंज आसपास के ग्रामीण इलाकों में बाघ का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को बाघ ने एक महिला को शिकार बनाया जिसके बाद इलाके में दहशत है। आलम ये है कि परीक्षा देने के लिए स्कूली बच्चों को बंदूकों से लैस वन विभाग की टीम के साथ स्कूल जाना पड़ रहा है। ढेला रेंज के आसपास के ग्रामीणों ने स्कूली बच्चों के लिए पूर्ण सुरक्षा की मांग उठ रही है।
बता दें कि शनिवार को ग्राम ढेला की 50 वर्षीय कलादेवी, गांव की ही तीन अन्य महिलाओं के साथ जंगल में लकड़ी और घास लेने के लिए गई थी, इसी बीच बाघ ने कला देवी पर हमला करते हुए उसे अपना निवाला बना लिया। बाघ इस महिला को करीब 2 किलोमीटर तक जंगल में घसीटता हुआ ले गया, साथ में मौजूद महिलाओं ने शोर मचाया तो बाघ की दहाड़ के बाद यह महिलाएं भी घबरा गई बाद कला देवी का शव जंगल में लहुलुहान हालात में मिला। इसघटना के बाद स्थानीय लोगों में वन विभाग के प्रति आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना था कि लंबे समय से क्षेत्र में बाघ का आतंक बना हुआ है।
इस घटना के बाद सबसे ज्यादा असर राजकीय इंटर कालेज ढेला के पटरानी निवासी बच्चों पर हुआ है। बच्चों को बंदूकधारी वनकर्मियों की सुरक्षा में स्कूल तक लाया जा रहा है। पटरानी से ढेला इंटर कालेज पढ़ने आने वाले 80 से अधिक बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्थानीय लोग आशंकित हैं। ढेला इंटर कालेज के शिक्षक नवेंदु मठपाल के अनुसार वे लगातार ढेला रेंजर अजय ध्यानी के संपर्क में हैं ताकि बच्चों को पूर्ण सुरक्षा में पटरानी से ढेला ,ले जाना हो सके। इसके लिए वन विभाग से वाहन की मांग भी की गई है।