चालान छुड़वाने को लेकर PRO का पत्र हुआ वायरल तो सीएम ने लिया एक्शन, जांच बिठाकर पीआरओ सस्पेंड
Dehradun: उत्तराखंड की राजनीति में कब कौन क्या चाल रह है, इसका क्या मतलब है, कोई नहीं समझ पाता। सोशल मीडिया में कई दिन से वायरल हो रहे एक पत्र का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट (cm suspends his pro Nandan Singh Bist on viral letter) को सस्पेंड कर दिया है। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच बैठा दी है।
बीते दो दिन से सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के पीआरओ नंदन सिंह का पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें वो बागेश्वर पुलिस से खनन वाहनों का चालान निरस्त करने की बात कर रहे हैं। पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट के लेटर हेड पर एक पत्र वायरल हुआ। पत्र में नंदन सिंह बिष्ट, एसएसपी बागेश्वर को कहते हैं कि मुख्यमंत्री के मौखिक निर्देशानुसार मुझे यह कहने का निर्देश हुआ हैं कि 29 नवंबर 2021 को बागेश्वर यातायात पुलिस, ने वाहन संख्या यूके 04 सीए 5907, यूके 02सीए 1238,0238 के चालान कर दिए हैं इन्हे निरस्त कर दिया जाए। जनसम्पर्क अधिकारी ने इसकी एक प्रति सम्भागीय परिवहन अधिकारी बागेश्वर(RTO Bageshwar) को भी भेजी। बताया जा रहा है कि परिवहन अधिकारियों ने नियमानुसार, वाहन संख्या यूके 04 सीए 5907 से 13 हजार रूपया, यूके 02सीए 1238 से 15 हजार रुपया, व वाहन संख्या यूके 02सीए 0238 से 17,000 संयोजन शुल्क वसूला है।
पत्र में मुख्यमंत्री के मौखिक आदेश होने की बात को लेकर बवाल हो रहा है। सोशल मीडिया पर लोग सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर सवाल खड़े कर रहे हैं। बहरहाल मुख्यमंत्री ने जांच बिठा दी है और अपने पीआरओ को भी हटा दिया है, लेकिन सवाल ये भी है कि क्या पीआरओ ने अपनी मर्जी से यह पत्र लिखा होगा या इसमें किसी अन्य अधिकारी की भी भूमिका रही है?