क्या राजनीति छोड़ रहे हैं हरीश रावत? राहुल गांधी के अध्यक्ष न बनने पर बड़ी उलझन में हरदा
DEHRADUN: देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस नेतृत्व के बेहद गंभीर सलंट से जूझ रही है। राहुल गांधी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके हैं। ऐसे में पार्टी के भीतर राहुल गांधी के कई समर्थक बेहद निराश हैं। (Harish rawat hints to retire from politics says he will think off his political future without Rahul Gandhi) उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी बड़ा कदम उठाने का संकेत दिया है। हरीश रावत ने कहा है कि अघर राहुल अध्यक्ष नहीं बनते तो वे अपने राजनीतिक जीवन के लेकर बड़ा पैसला करेंगे।
हरीश रावत ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा है…..मैं अपने जीवन की एक बड़ी उलझन को सुलझाने जा रहा हूं। पहले पित्रों को याद करूंगा। पित्रों का आशीर्वाद लेकर भगवान बद्रीश की शरण में जाऊंगा। कोरोना के साथ भीषण संघर्ष के बाद जिंदा वापस आने पर मैंने अपने मन में आगे की राजनीतिक जीवन के विषय में मनन किया। मेरे मन ने कहा कि जितनी भी शक्ति व जीवन शेष है, आप श्री Rahul Gandhi को समर्पित करो। राहुल जी अध्यक्ष पद संभालते हैं तो उनके साथ खड़े होकर संगठन में काम करने की स्वाभाविक इच्छा है। यदि वह अध्यक्ष पद नहीं संभालते हैं तो उसके बाद अपने आगे के राजनीतिक जीवन को लेकर एक बड़ा प्रश्न है? मैं निरंतर काम करने वाला व्यक्ति हूं, पांव एक बार थम जाएंगे तो फिर उम्र हावी हो जाएगी। राहुल जी मेरी प्रेरणा हैं। चुनौतियां बहुत बड़ी हैं। आगे की क्या रूपरेखा बनाऊं, भगवान बद्रीश से मार्गदर्शन युक्त आशीर्वाद मांगूंगा
हरीश रावत की पोस्ट से साफ है कि अगर राहुल गांधी अध्यक्ष नही बन पाते तो हरीश रावत सक्रिय राजनीति को अलविदा कह सकते हैं। वैसे राहुल के इनकार करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद पर कोई नया चेहरा दिख सकता है, इस लिहाज से हरीश रावत की संन्यास लेने की इच्छा भी पूरी होती दिख रही है। हालांकि ये एक पब्लिसिटी स्टंट भी हो सकता है, जिसमें बड़े कांग्रेसी ये दिखाना चाह रहे हों कि वे राहुल के साथ हैं और पार्टी हित में राहुल अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ें।