हर घर तिरंगा अभियान का असर: तिरंगे के रंग में रंगे उत्तराखंड के देवस्थान, पर्यटक स्थल, पुरातत्व स्मारक
Utarrakhand: आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान की प्रदेशभर में धूम है। लोग शान से घरों पर तिरंगा फहरा रहे हैं। ) राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, ईश्वर की भक्ति के साथ देशभक्ति को भी जोड़ रहा है। इस अवसर पर विश्वप्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम, केदारनाथ धाम समेत महासू देवता मंदिर, बैजनाथ धाम आदि भी तिरंगे के रंग में रंगे नजर आए।
देहरादून के जौनसार-बावर के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल, पांडव कालीन शिव मंदिर लाखामंडल, कलिंगा स्मारक देहरादून, मृत्युंजय मंदिर द्वाराहाट व सूर्य मंदिर कटारमल समेत पांच महत्वपूर्ण 43 पर्यटन स्थलों को तिरंगे की डिजिटल रोशनी से सजाया गया है। इन मंदिरों में रात के समय डिजिटल रोशनी की चमक बिखेरने से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की आकृति साफ दिखाई पड़ती है।
दरीनाथ धाम में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत तिरंगा ध्वज फहराया गया और तिरंगा यात्रा निकाली गई। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने आजादी के अमृत उत्सव के अवसर पर तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। आईटीबीपी के जवानों ने यहां शान से तिरंगा रैली निकाली।
इसके अलावा बदरीनाथ मंदिर समूह अल्मोड़ा का प्राचीन नौला स्युनराकोट, बैजनाथ धाम, पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष गोविषाना टीला काशीपुर, रुद्रनाथ मंदिर गोपेश्वर-चमोली, प्राचीन अंग्रेजों के कब्रिस्तान रुड़की, पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष जगतग्राम बाड़वाला-विकासनगर, सम्राट अशोक शिलालेख कालसी-जौनसार, प्राचीन शिव मंदिर लाखामंडल, महासू देवता मंदिर हनोल धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही आमजन व पर्यटकों को राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों की महत्ता के बारे में आवश्यक जानकारी दी जा रही है। आजादी के अमृत महोत्सव पर एएसआइ की ओर से जल संरक्षण पर केंद्रित छायाचित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई।