चारधाम की रक्षक मां धारी देवी की प्रतिमा 9 साल बाद अपने मूल स्थान पर विराजमान हुई 

Share this news

SHRINAGAR:  मां काली का स्वरूप धारी देवी की प्रतिमा को 9 साल बाद अपने मूलस्थान के ऊपर बने मंदिर में स्थापित कर दिया गया है। शनिवार को विधि विधान और पूजा अर्चना के बाद बगल में बने अस्थाई मंदिर से मां धारी की प्रतिमा को नए बने भव्य मंदिर में स्थापित कर दिया गया है। इस अवसर पर धारी देवी प्रांगण में सैकड़ों भक्तों की भीड़ उमड़ी रही।

विगत 5 दिनों से धारी देवी में शतचंडी यज्ञ का आयोजन किया जा रहा था। शनिवार को विधि विधान और मंत्रोच्चारण के बीच मां की प्रतिमा को अस्थाई मंदिर से लाकर भव्य मंदिर में स्थापित कर दिया गया है। इस असर पर कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत औऱ सैकड़ों भक्तगण मौजूद रहे।

आपको बता दें कि मां काली के स्वरूप धारी देवी को चारधाम की रक्षक देवी कहा जाता है। माना जाता है कि इनके दर्शन के बिना चारधाम यात्रा सफल नहीं होती, इसलि एबद्रीनाथ केदारनाथ जाने से पहले श्रद्धालु धारी देवी केदर्सन करने जरूर जाते हैं। मूल रूप में मां धारी का मंदिर अलकनंदा नदी के किनारे बसा हुआ था। 15 जून 2013 श्रीनगर जल विद्युत परियोजना बनने के कारण मंदिर जलमग्न हो जाता इसलिए मंदिर से मूर्ति को हटाकर वहां से ऊपर कॉलम पर बने अस्थाई मंदिर में शिफ्ट किया गया था। माना जाता है कि इससे मां धारी क्रोधित हो गई और केदारनाथ में भीषण जलप्रलय आ गई।

किछ साल तक यहीं पर मां की पूजा अर्चना होती रही, लेकिन बाद में मूल मंदिर के ठीक ऊपर पिलरों पर भव्य मंदिर का निर्माण किया गया। अब ठीक 9 साल बाद धारी देवी की प्रतिमा को ठीक उसी जगह ऊपर शिफ्ट किया गया है, जहां माता धारी मूल रूप से विराजमान थी।

 

(Visited 297 times, 1 visits today)

You Might Be Interested In