ITBP  ने  बॉर्डर पोस्ट तक ड्रोन से भेजी सब्जियां, दवाइयां, जरूरत पड़ी तो ड्रोन से हथियार भेजने की भी है योजना

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CHAMPAWAT:   उत्तराखंड के उट्ट हिमालयी क्षेत्र में तैनात भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानो के बहाथ बडी कामयाबी लगी है। आईटीबीपी ने जवानों को सुविधा मुहैया कराने के लिए बेदांग स्थित अग्रिम चौकी तक लॉजिस्टिक ड्रोन उड़ाकर दवा और सब्जियां भेजी है। आईटीबीपी लंबे समय से इस प्रयास में थी कि कैसे ड्रोन के माध्यम से तत्काल उन चौकियों तक सामान भिजवा सके, जिन चौकियों पर पहुंचने के लिए आईटीबीपी को काफी वक्त लगता है। ड्रोन से सफल ट्रायल से अब आईटीबीपी ऊंचाई वाले इलाकों में सब्जी, दवाइयां समेत अन्य जरूरी सामान भेज सकेगी।

दरअसल, 36वीं वाहिनी आईटीबीपी लोहाघाट कैंप ये ट्रायल किया गया। जहां आईटीबीपी ने अग्रिम चौकी ढाकर से बेदांग तक लॉजिस्टिक ड्रोन के जरिए सब्जी समेत कुछ दवाइयां भेजी। बताया जा रहा है कि शुरुआती दौर में करीब 8 से 10 किलो का सामान भेजा गया। जिसमें कद्दू, आलू, टमाटर और कुछ अन्य सामान शामिल रहा। ऊंचाई वाले इलाकों में ड्रोन को अच्छी तरह से उड़ाया और लैंड करवाया जा सके, इसके लिए पहले भी कई बार प्रयास किए जा चुके हैं। आईटीबीपी ने यह सामान उन जगहों पर भेजा है, जहां पर बर्फ ज्यादा है और जवान बर्फबारी के बीच ही ड्यूटी कर रहे हैं।. ऐसे में इस परीक्षण के सफल होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में अन्य इलाकों में भी इसी तरह से ड्रोन का इस्तेमाल कर समय-समय पर सामान भेजा जा सकेगा

आईटीबीपी में इस तरह के प्रयोग की शुरुआत नवंबर 2023 में हुई थी, जब गृह मंत्री अमित शाह ने ऊंचाई वाले स्थानों पर लॉजिस्टिक ड्रोन से दवाएं और रसद (करीब 15 किलोग्राम तक) पहुंचाने के लिए ड्रोन को उड़ाने की अनुमति दी थी। हालांकि, इसकी शुरुवात वैसे तो लद्दाख से हुई थी, लेकिन आईटीबीपी ने इसकी शुरुआत उत्तराखंड के लोहाघाट से की है। आईटीबीपी का कहना है कि आने वाले समय में ड्रोन के जरिए हर वो जरूरी सामान भेजे जाने की योजना है जिसकी जरूरत सैनिकों को पड़ती है।

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