14 नवंबर को मनाइये इगास, 15 को इगास की छुट्टी मनाइये, सरकार ने जारी किया शासनादेश

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सोशल मीडिया पर जनता की मांग सुनते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इगास पर अवकाश की घोषणा की थी। अब इसका शासनादेश भी जारी हो गया है। हालांकि इगास पर्व 14 नवंबर रविवार की रात को मनाया जाएगा. लेकिन सरकार ने 15 नवंबर को इगास की छुट्टी का शासनादेश जारी किया है। यह पहली बार है जब प्रदेश में लोकपर्व इगास पर राजकीय अवकाश दिया जा रहा है।

प्रदेश में छठ पर्व पर अवकाश के बाद सोशल मीडिया पर लगातार मांग उठ रही थी कि सरकार को पहाड़ के पारंपरिक त्योहारों के लिए भी राजकीय अवकाश घोषित करना चाहिए। इस परप गौर करते हुए एक दिन पहले सीएम धामी ने इगास पर अवकाश देने की घोषणा की थी। हालांकि इगास रविवार को पड़ रही है, इसलिए इस पर राजनीति भी होने लगी। हरीश रावत ने इसे एक जुमला करार दिया था। लेकिन अब इसका शासनादेश जारी होने से स्थिति साफ हो गई है।

रविवार की रात इगास मनाने के बाद सोमवार 15 नवंबर को अवकाश घोषित किया गया है। दीपावली के 11 दिन बाद पहाड़ में एक और दीवाली मनाई जाती है, जिसे इगास कहा जाता है। इस दिन सुबह मीठे पकवान बनाए जाते हैं और शाम को भैलो जलाकर देवी-देवताओं की पूजा की जाती है।

मान्यता है कि भगवान राम के लकां विजय कर अयोध्या पहुंचने की सूचना पहाड़ में 11 दिन बाद मिली थी। इसीलिए दिवाली के 11 दिन बाद इगास (बूढ़ी दीवाली) मनाया जाता है।

 

 

 

 

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