अब चंबा, श्रीनगर, कर्णप्रयाग के घरों में भी दिखी दरारें, लोगों में जोशीमठ जैसी त्रासदी का डर, विकास के साइड इफेक्ट
DEHRADUN: उत्तराखंड के विकास के चलाई जा रही निर्माण योजनाओं के साइड इफेक्ट भी दिखने लगे हैं। जोशीमठ में भू धंसाव की त्रासदी के बाद अब कर्णप्रयाग, श्रीनगर, व चंबा के लोग भी दहशत में हैं। यहां भी घरों में बड़ी बड़ीड दरारें देखी जा रही हैं। हालांकि अभी तक दरारों के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चला है, लेकिन जहां भी ये दरारें हैं, वहां रेलवे या हाईवे के निर्माण कार्य चल रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि ऑल वेदर रोड और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के निर्माण कार्यों की वजह से ही आसपास के घरों में ये दरारें आई हों। cracks in houses in karnprayag, Srinagar, chamba due to construction works
चमोली जिले के कर्णप्रयाग में बहुगुणा नगर के कई घरों में दरारें दिखाई दे रीह हैं। अभी जोशीमठ की त्रासदी थमी भी नहीं है कि अब कर्णप्रयाग में ऐसी दरारों ने लोगों में दहशत भऱ दी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक उनके घर 3-4 साल पहले बनाए गए हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से घरों में दरारें आनी शुरू हुई हैं। प्रशासन के संज्ञान में ये बात है। लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अभी तक सर्वे नहीं कराया जा रहा है।
कर्णप्रयाग से कुछ पहले स्थित श्रीनगर में भी लोग घरों में दरारों से परेशान हैं। अचानक आई दरारों सके पीछे ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन के निर्माण कार्यों को जिम्मेदार माना जा रहा है। जिसके कारण श्रीनगर के लोग डर के साये में जीने को मजबूर हैं। लोगों का आरोप है कि रेलवे स्टेशन औऱ टनल बनाने के लिए जगह जगह सैकड़ों ब्लास्ट किए गए हैं दजिसकी वजह से पूरा पहाड़ हिल रहा है। इसी वजह से श्रीनगर हो या कर्णप्रयाग अब घरों में दरारें भी दिखने लगी हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लोगों की शिकायत के बाद टनल निर्माण में ब्लास्टिंग रुकवा दी गई है। प्रभावित क्षेत्रों का जल्द ही जियोलॉजिकल सर्वे करवाने की बात भी कही जा रही है।
उधर टिहरी जिले के चंबा में भी कई घरों में दरारें आने से लोग डर के साए में जी रहे हैं। चंबा में ऑल वेदर रोड की अहम सुरंग बनी है। माना जा रहा है कि सुरंग बनाने के लिए जो ब्लास्टिंग हुई होगी उसके साइड इफेक्ट अब दिखने लगे हैं। हालांकि इन सभी वाकयों के पीछे क्या कारण हैं इस पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।