जोशीमठ त्रासदी: प्रभावित परिवारों को 1.5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान, स्थानीय लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी

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Joshimath:  जोशीमठ में भू-धंसाव की त्रासदी पर लोगों का आक्रोश बढञता जा रहा है। मंगलवार रात से स्थानीय लोग होटलों और भवनो को गिराए जाने से पहले मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्श कर रहे थे। शासन ने बुधवार को डेढ़ लाख रुपए प्रति परिवार मुआवजे का ऐलान किया है। बावजूद इसके लोगों का आक्रोश नहीं थम रहा है। लोगों का कहना है कि ये मुआवदा ऊंट के मुहं में जीरे जैसा है।

जोशीमठ में लगातार घरों में दरारें पड़ रही हैं जिससे पूरे शहर का अस्तित्व संकट में है। दरारों से दो होटल माउंड व्यू और मलारी इन बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इनके ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया जैसे ही शुरू की गई लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों का आक्रोश है कि बिना मुआवजे के उनके घरों पर लाल निशान लगा दिए, उनके घरों को गिराने की साजिश होने लगी। दो बड़े होटलों को गिराने से अन्य मकानों पर भी खतरा हो गया है। सरकार बिना मुआवजे के ऐसा कदम कैसे उठ सकती है।

लोगों के आक्रोश के बाद मुख्यमंत्री के सचिव मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि सरकार ने सभी प्रभावितों को तत्काल मुआवजा देने की घोषणा की है। सुंदरम ने कहा कि 723 परिवारों को डेढ़ लाख रुपए प्रति परिवार के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। जिसमें 50 हजार रुपये घर शिफ्ट करने और 1 लाख रुपये आपदा राहत मद से एडवांस में उपलब्ध कराया जा रहा है। जो कि बाद में समायोजित किया जाएगा। डॉ. सुंदरम ने कहा कि फिलहाल सिर्फ दो होटल ही ढहाए जाएंगे अन्य किसी भवन पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं की जाएगी। दो होटलों के पास रहने वाले पांच परिवारों पर सबसे अधिक असर पड़ने की आशंका है। मलारी इन और माउंट व्यू होटल के बाहर व्यापारियों को धरना-प्रदर्शन जारी है।

सुंदरम ने कहा कि सरकार लोगों को बेहतर से बेहतर सुविधा दे रही है। जो लोग किराए के घर पर जाना चाहते है उन्हें 6 महीने तक 4 हजार रूपये प्रतिमाह दिए जा रहज है।  आर.मीनाक्षी सुन्दरम ने बताया कि भूधंसाव से प्रभावित भवनों का सर्वे किया जा रहा है। असुरक्षित भवनों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी विस्थापन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के सचिव ने हितधारकों एवं स्थानीय लोगों के साथ बैठक करते हुए स्पष्ट किया कि भूधंसाव से जो भी यहां पर प्रभावित हुए है उनको मार्केट दर पर मुआवजा दिया जाएगा। मार्केट की दर हितधारकों के सुझाव लेकर और जनहित में ही तय किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि स्थानीय लोगों के हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

प्रशासन के साथ बैठक में मुआवजे को लेकर बात नहीं बनने के बाद प्रभावित धरने पर बैठ गए। लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है। लोगों में सरकार द्वारा तय कम मुआवजे को लेकर आक्रोश है। प्रभावितों ने आरोप लगाया कि सरकार राहत के नाम पर दर्द दे रही है। जोशीमठ मलारी इन के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के साथ बैठक हुई। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ की तर्ज़ पर मुआवजा नहीं मिलेगा, लेकिन मार्केट रेट पर होगा। हमने बोला कि मार्केट रेट बता दें लेकिन उन्होंने बताया नहीं।

जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव के कारण 723 भवनों को चिन्हित किया गया है जिनमें दरारें आयी है। सुरक्षा के दृष्टिगत आजतक 131 परिवारों के 462 लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में विस्थापित किया है।

 

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