सुरंग से रेस्कयू किए गए श्रमिकों को सौंपे गए 1-1 लाख के चेक, चिनूक से एयरलिफ्ट किए गए , 15-20 दिन की छुट्टी मिलेगी
UTTARKASHI: सिलक्यारा टनल से रेस्क्यू किए गए 41 श्रमिकों को चिनूक हेलिकॉप्टर के जरिए एम्स ऋषिकेश ले जाया गया है। यहां सभी श्रमिकों की औपचारिक स्वास्थ्य जांच होगी जिसके बाद वे अपने घर को जा सकेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में श्रमिकों औऱ उनके परिजनो से मुलाकात की। इस दौरान उन्हें एक-एक लाख रुपए के चेक भी सौंपे। जिस कंपनी में श्रमिक काम कर रहे थे उसने सभी को घर जाने के लिए 15 से 20 दिन की छुट्टी दी है।
चिन्यालीसौड़ स्वास्थ्य केंद्र में कल शाम से ही सभी श्रमिकों का मेडिकल चेकअप हुआ। सभी श्रमिक स्वस्थ हैं। लेकिन एहतियात के लिए उन्हें एम्स ऋषिकेश में जांच के लिए भेजा गया है। इसके लिए आज सुबह सभी श्रमिक चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पहुंचे औऱ चिनूक हेलिकॉप्टर में सवार होकर एम्स ऋषिकेश ले जाया गया। यदि एम्स के हेलीपैड पर हेलिकॉप्टर को लैंडिंग में कोई दिक्कत हुई तो चिनूक की लैंडिंग जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर कराई जाएगी। जहां से एंबुलेंस द्वारा सभी 41 श्रमिकों को ऋषिकेश एम्स ले जाया जाएगा।
मजदूरों को दिए एक-एक लाख के चेक
इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ पहुंचे, जहां सुरंग के निकाले गए 41 मजदूरों को रखा गया है। सीएम ने मजदूरों को एक-एक लाख के चेक दिए। इसके बाद सीएम धामी ने श्रमिको के परिजनो से भी मुलाकात की। सीएम धामी ने बताया कि मजदूर नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के लिए काम रहे थे। एजेंसी ने मजदूरों को 15-20 दिनों के लिए घर जाने की अनुमति दी है । यानी उन्हें छुट्टी दी गई है, इस दौरान उका वेतन भी नहीं काटा जाएगी।