भारी बारिश का कहर, उत्तरकाशी में उफनती नदी में फंसे कांवड़ियों को SDRF ने बचाया, चंपावत में हाइवे बंद होने से फंसे 300 यात्री

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UTTARKASHI: गढ़वाल से कुमाऊं तक मानसून रौद्र रूप दिखा रहा है। जगह जगह जलभराव, भूस्खलन औऱ नदी नालों के उफान पर रहने से आम लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। चारधाम यात्रा मार्ग पर भी बार बार मलबा आने से यात्रा बाधित हो रही है। उत्तरकाशी के गंगोत्री हाइवे के निकट चीड़वासा स्थित लकड़ी का पुल ग्लेशियर का मलबा आने से बह गया जिससे गंगोत्री गए करीब 40 कांवड़िए बीच मझधार में फंस गए। कड़ी मशक्कत के बाद एसडीआरएफ ने 8 लोगों का रेस्क्यू किया।

जानकारी के मुताबिक 4 जुलाई 2024 को उत्तरकाशी पुलिस को सूचना मिली कि चीड़वासा पुल टूट गया है, जिसमें लगभग 40 कावड़ियों नदी के दूसरे छोर पर फंस गए है। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के लिए 8 किलोमीटर पैदल चलकर चीड़वासा पहुंची। एसडीआरएफ ने एक एक कर सभी का रेस्क्यू शुरू किया, अब तक 8 कांवड़ियों को सुरक्षित निकाला गया है। बताया जा रहा है कि दो कांवड़िए तेज बहाव में बह गए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी जारी है।

उधर कुमाऊं में भी मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है। अगले 4 दिनो तक कुमाऊं अंचल में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। नैनीताल और हल्द्वानी में शुक्रवार सुबह से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश के कारण नहरें ओवरफ्लो होनी शुरू हो गई। जगह-जगह सड़कों पर जलभराव हो गया है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं चंपावत के स्वाला में सड़क पर मलबा आने से नेशनल हाइवे फिर से बाधित हो गया है। मलबा आने से करीब 300 यात्री भारी बारिश में फंस गए हैं। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर टनकपुर के ककराली गेट पर चंपावत की तरफ जाने वाले वाहनों को रोक दिया है। टनकपुर एसडीएम आकाश जोशी के नेतृत्व में प्रशासन की टीम खाने के पैकेट और पानी की बोतल समेत अन्य जरूरी सामान के साथ मौके पर रवाना हो गए हैं। अल्मोड़ा और  पिथौरागढ़ में मूसलाधार बारिश जारी है। मूसलाधार बारिश के कारण मलबा आने से जिले की 20 सड़कें बंद हैं। धारचूला तवाघाट गुंजी सड़क बंद होने से स्थानीय लोगों के साथ ही कुछ पर्यटक भी फंसे हुए हैं।

 

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