हरिद्वार से पकड़े गए गजवा ए हिंद के दो आतंकी, सैकड़ों युवाओं को विचारधारा से जोड़ने का खुलासा
HARIDWAR: क्या उत्तराखंड में गजवा ए हिंद की जेहादी विचारधारा पनप रही है? हरिद्वार से गजवा ए हिंद के दो आतंकियों के पकड़े जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। मंगलवार को उत्तराखंड एसटीएफ की मदद से यूपी एटीएस ने हरिद्वार से दो गजवा ए हिंद के दो आतंकियों अलीनूर और मुदस्सिर को गिरफ्तार किया। डीजीपी अशोक कुमार ने इसकी पुष्टि की है। एटीएस की पूछताछ में हरिद्वार में एक विशेष क्षेत्र के युवाओं को अलगाववादी विचारधारा से जोड़ने का खुलासा हुआ है।
यूपी एटीएस के हत्थे चढ़े आठ संदिग्ध आतंकियों में से एक बांग्लादेशी लंबे समय से हरिद्वार में रह रहा था। एक स्थानीय युवक लंबे समय से उसका दोस्त था। आशंका जताई जा रही है कि हरिद्वार के सैकड़ों युवाओं को ये अपनी विचारधारा से जोड़ चुके हैं। संयुक्त टीम ने अलीनूर निवासी सलेमपुर, जिला हरिद्वार, मूल निवासी ग्राम जहरन, जिला गोपालगंज, ढाका, बांग्लादेश और मुदस्सिर निवासी नगला इमरती, रुड़की, हरिद्वार को गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ में उत्तराखंड कनेक्शन का भी पता चला है। आशंका है कि ये दोनों यहां लंबे समय से कुछ स्थान विशेष से गजवा-ए-हिंद विचारधारा से युवाओं को जोड़ रहे थे। बताया जा रहा है कि इन्हें टेरर फंडिंग के जरिये बहुत सा पैसा भी मिल रहा था। इससे ये अपना स्थानीय मॉड्यूल तैयार कर रहे थे।
बांग्लादेशी युवक अली नूर को मुदस्सिर ही अपने साथ लेकर आया था। बताया जा रहा है कि उसके किसी रिश्तेदार ने दोनों को कोलकाता में एक कार्यक्रम में मिलवाया था। तभी से दोनों गजवा-ए-हिंद की विचारधारा से जुड़ गए थे। उन्होंने ज्वालापुर और इसके आसपास के इलाकों में युवाओं को अपने साथ जोड़ना शुरू कर दिया। कभी ये सभाएं करते थे तो कभी कुछ साहित्य भी वितरित करते थे। हालांकि, इन दोनों से विस्तृत पूछताछ यूपी एटीएस ने ही की है। लिहाजा, स्थानीय पुलिस और एजेंसी के पास भी कुछ ज्यादा जानकारी नहीं है।