17 हजार पॉलीहाउस से ऐसे बदलेगी किसानों की तकदीर, फूलों और सब्जियों के उत्पादन में होगी बढ़ोतरी
DEHRADUN: उत्तराखंड सरकार ने पहाड़ी क्षेत्रों के बागवानों के लिए महत्वाकांक्षी पॉलीहाउस प्रोजेक्ट तैयार किया है। पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार सृजन सोच के साथ राज्य में 17 हजार 648 पॉलीहाउस लगाए जाने की योजनाहै, इससे एक लाख से अधिक कृषकों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिल सकेगा। कैबिनेट की बैठक में भी पॉलीहाउस के लिए धामी सरकार ने 304 करोड़ की योजना को मंजूरी प्रदान कर दी है।
राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में किस तरह रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं, इस हेतु मुख्यमंत्री धामी लगातार गंभीरता से काम कर रहे हैं। तमाम सार्वजनिक मंचों से भी वे ये प्रतिबद्धता दर्शा चुके हैं कि हिमाचल की तर्ज पर राज्य के पर्वतीय जिलों में भी खेती-बागवानी को रोजगार का जरिया बनाया जाए। अब इसी कड़ी में राज्य सरकार ने पॉली हाउस को लेकर बड़ा फैसला लिया है।
इसके अन्तर्गत राज्य में क्लस्टर आधारित छोटे पॉलीहाउस (Naturally Ventilated) में सब्जी एवं फूलों की खेती की योजना का निर्णय लिया है। नाबार्ड की योजनाके तहत 100 वर्गमीटर के आकार के 17648 पॉलीहाउस क्लस्टर तैयार किए जाएंगे। इसके लिए सरकार ने 304 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी दी है। खास बात ये है कि पॉलीहाउस लगाने पर किसानों को 70 फीसदी तक सब्सिडी दी जाएगी। इससे किसान स्वरोजगार के साधन अपना सकेंगे, साथ ही उनकी आय में भी वृद्धि हो सकेगी, जिससे सामाजिक एवं आर्थिक स्तर मे सुधार होगा तथा पर्वतीय क्षेत्रों में होने वाले पलायन में भी कमी आयेगी। सरकार का आंकलन है कि पॉलीहाउस में सब्जियां और फूलों को उगाने सेसब्जदी उत्पादन में 15 फीसदी और फूल उत्पादन में 25 पीसदी तककी बढ़ोतरी हो सकेगी।