शुरू होने वाली है  चारधाम यात्रा, बर्फबारी से मौसम ठंडा, इन बातों का खास ख्याल रखें यात्री. हेल्थ एडवायजरी का पालन करें

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DEHRADUN:  उत्तराखंड के विश्वप्रसिद्ध चारधामों की यात्रा दो दिन में शुरू होने वाली है। 22 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा शुरू हो जाएगी। केदारनाथ धाम के कपाट 26 अप्रैल को खुलेंगे और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे। यात्रा के लिए सरकार ने कमर कस दी है,   वहीं श्रद्धालुओं ने भी तैयारियां कर ली हैं। कपाट खुलने से पहले चारधामों में ताजा बर्फबारी से मौसम खुशमुमा तो हुआ है लेकिन ठंडक बढ़ गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा के लिए एडवायजरी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि छोटी छोटी बातों का ध्यान रखने से आप यात्रा को आनंददायक बना सकते हैं।

 

चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए निर्देश दिए गए है। स्वास्थ्य विभाग निर्देश के तहत यात्रा मार्ग में 50 हेल्थ एटीएम की व्यवस्था की है। चारधाम यात्रा में समस्त तीर्थस्थल उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित हैं, जिनकी ऊंचाई समुद्र तल से 2700 मी. से भी अधिक है, उन स्थानों में यात्रीगण अत्यधिक ठंड, कम आद्र्रता, अत्यधिक अल्ट्रा वॉइलेट रेडिएशन, कम हवा का दबाव और कम ऑक्सीजन की मात्रा से प्रभावित हो सकते हैं। अत: सभी तीर्थ यात्रियों के सुगम एवं सुरक्षित यात्रा हेतु निम्न दिशा निर्देश निर्गत किए जा रहे हैं।

यात्रा से पूर्व:

1- योजना बनाना, तैयारी करना, पैक करना रोकथाम पर ध्यान देने से आप अपनी यात्रा के दौरान सुरक्षित रह सकते हैं। कृपया अपनी यात्रा से पहले चिकित्सा और ट्रैक की तैयारी सुनिश्चित करें। उच्च ऊंचाई बीमारी का कारण बन सकती है इसके लिए योजना बनाना, तैयारी करना और पैक करना महत्वपूर्ण है।

योजना बनाना :

1- अपनी यात्रा की योजना कम से कम 7 दिनों के लिए बनाएं, वातावरण के अनुरूप अनुकूलन के लिए समय दें अनेक ब्रेक की योजना बनाएं ट्रैक के हर एक घंटे बाद या ऑटोमोबाइल चढ़ाई के हर 2 घंटे बाद, 5-10 मिनट का ब्रेक लें

तैयारी करना :

1-रोजाना 5-10 मिनट के लिए श्वास व्यायाम का अभ्यास करें

2-रोजाना 20-30 मिनट टहलें

3-यदि यात्री की आयु 55 वर्ष है या वह हृदय रोग, अस्थमा, उच्च रक्तचाप, या मधुमेह से

4-ग्रस्त है,तो यात्रा के लिए फिटनेस सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य जांच करवाएं

पैकिंग करते वक्त रखें ध्यान :

1- गर्म कपड़े ऊनी स्वेटर, धर्मल, पफर जैकेट, दस्ताने मौजे,बारिश से बचाव के रेनकोट, छाता आदि।

2- स्वास्थ्य जांच उपकरण पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर पहले से मौजूद स्थितियों (हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह) वाले यात्रियों के लिए।

3- सभी जरूरी दवा, परीक्षण उपकरणों और अपने घर के चिकित्सक का संपर्क नंबर ले जाएं।

4- कृपया अपनी यात्रा से पहले मौसम रिपोर्ट की जांच करें और सुनिश्चित करें कि आपके पास ठंडे तापमान में प्रबंधन करने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े हैं।

5- अगर आपके डॉक्टर यात्रा न करने की सलाह देते हैं, तो कृपया यात्रा न करें

यात्रा के दौरान रखें ध्यान:

1-स्वस्थ सतर्क सफल यात्रा अपनी सुविधा के लिए यात्रा मार्ग के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा रखे गए संचार को देखें, और सभी दिशा निर्देर्शो का सावधानीपूर्वक पालन करें।

2-यात्रियों की सेवा के लिए नियोजित निकटतम चिकित्सा इकाई जैसे चिकित्सा राहत केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल के मानचित्र का संदर्भ लें।

उत्तराखंड चिकित्सा इकाई की पहचान करने के लिए इमारतों पर स्पष्ट नाम बोर्ड देखें।

3- यदि आप या आपके परिवार के किसी भी सदस्य को नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई भी महसूस हो रहा है, तो कृपया तुरंत निकटतम चिकित्सा इकाई पर पहुंचें त्वरित जांच आपके जीवन को बचा सकती।

1-सीने में दर्द की शिकायत।

2-सांस की तकलीफ (बात करने में कठिनाई)।

3-लगातार खांसी चक्कर आना / भटकाव (चलने में कठिनाई)।

4-उल्टी।

5-बफीर्ली/ठंडी त्वचा।

6-शरीर के एक तरफ कमजोरी/सुन्नता।

7-उच्च ऊंचाई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। एक मिनट की सावधानी आपका जीवन बचा सकती है।

4-इन यात्रियों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।

55 वर्ष की आयु वाले यात्री। गर्भवती महिलाएं हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, और मधुमेह के इतिहास वाले यात्री। अधिक मोटापे से ग्रस्त (ओएफ 30 बीएमआई)

5- दवाओं का सेवन न करें, धूम्रपान से भी बचें।

6- यात्रा के दौरान कम से कम 2 लीटर तरल पदार्थ पीएं और भरपूर पौष्टिक आहार लें।

7- यात्रा के दौरान शराब, कैफीनयुक्त ड्रिंक्स, नींद की गोलियां और मजबूत/्र शक्तिशाली दर्द निवारक

किसी भी असुविधा के मामले में स्वास्थ्य स्क्रीनिंग केंद्रों अथवा चिकित्सा इकाइयों पर संपर्क करें और अपने स्वास्थ्य की जांच करवाएं। इसके अतिरिक्त, कोई भी स्वास्थ्य सम्बंधित आपातकालीन घटना होने पर कृपया 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।

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