विरोध का असर: दिल्ली में केदारनाथ नाम से मंदिर नहीं बनेगा, ऑनलाइन दान का QR कोड भी बंद

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Delhi: केदारनाथ धाम के तीर्थपुरोहितों, आम जनमानस व राजनीतिक विरोध के बाद दिल्ली में केदारनाथ मन्दिर बनाने का फैसला रद्द कर दिया गया है। दिल्ली के बुराड़ी स्थिति केदारनाथ धाम ट्रस्ट की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है। ट्रस्ट की ओर से दान लेने लिए जारी किया गया QR कोड भी बंद कर दिया गया है। राज्य कैबिनेट ने भी पौराणिक मंदिरों के नाम का दुरुपयोग रोकने के लिए कानून बनाने की बात कही थी।

बता दें कि दिल्ली के श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट ने बुराड़ी में केदारनाथ की तर्ज पर भव्य मन्दिर बनाने की योजना बनाई थी। मंदिर के भूमिपूजन के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी को बुलाया गया था। दावा किया गया था कि शीतकाल में 6 महीने बाबा केदार के दर्शन दिल्ली के इसी मन्दिर में हो सकेंगे। लेकिन उसी दिन से इस पर तीखा विरोध शुरू हो गया था। आम जनमानस से लेकर धर्माचार्यों और राजनीतिक दलों ने ट्रस्ट में श्री केदारनाथ धाम शब्द का प्रयोग होने पर एतराज जताया था। केदारनाथ धाम के महत्व को कम करने का आरोप लगाया था। तीर्थपुरोहितो ने इस पर प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद सरकार ने ट्रस्ट से केदारनाथ नाम का प्रयोग हटाने को कहा था।

धामी सरकार ने भी इस मसले पर जनभावनाओं को भांपते हुए कैबिनेट के माध्यम से निर्णय लिया कि भविष्य में उत्तराखंड के धामों का कोई दुरपयोग न कर सके, इसके मद्देनजर राज्य सरकार जल्द ही कानून लेकर आएगी। स्वयं, मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में केदारनाथ धाम एक ही है और एक ही रहेगा।

विवाद  बढ़ने के बाद ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेंद्र रौतेला ने पद छोड़ दिया था। श्री केदारनाथ धाम दिल्ली ट्रस्ट की अध्यक्ष सुमन मित्तल ने अवगत कराया है कि पूर्व में सभी ट्रस्टी मिलकर दिल्ली के बुराड़ी, बख्तावरपुर रोड हिरणकी में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू करने जा रहे थे, लेकिन उत्तराखण्ड के कुछ लोगों के द्वारा विरोध/आपत्ति के बाद यह अहसास हुआ की जन मानुष और धार्मिक भावनाओं को केदारनाथ धाम बनाने से ठेस पहुँचती है तो इसके मद्देनजर दिल्ली में केदारनाथ धाम बनाने का कार्य त्याग दिया गया है और अब इस नाम से कोई मंदिर नहीं बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए ऑनलाइन / QR कोड से दान लेने की प्रक्रिया भी बंद कर दी है और अब कोई दान नहीं लिया जा रहा। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम ट्रस्ट बंद करने के लिए हमने प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी है।

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