गंगा पूजन के साथ कांवड़ यात्रा की शुरुआत, कांवड़ियों की सुविधा के लिए बड़े काम का QR कोड

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HARIDWAR:  भगवान शिव के प्रिय माह सावन में कांवड़ यात्रा का मंगलवार को आगाज हो गया है। हरिद्वार में हर की पैड़ी पर श्री गंगा सभा और जिला प्रशासन की ओर से गंगा पूजन के बाद कांवड़ यात्रा का विधिवत शुभारंभ किया गया।

गंगा पूजन में कांवड़ मेला के सकुशल संपन्न होने की कामना की गई। इस दौरान जिलाधिकारी धीराज सिंह, एसएसपी अजय सिंह, सीडीओ प्रतीक जैन, गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, आदि मौजूद रहे। इस वर्ष कांवड़ मेले में चार करोड़ से अधिक कांवड़ यात्री पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसलिए कगांवड़ मेले में सुरक्षा व्‍यवस्‍था बनाए रखने के लिए उत्तराखंड पुलिस के दो हजार पुलिसकर्मियों के अलावा अर्द्धसैनिक बलों की छह कंपनियां भी तैनात की गई हैं। मेला क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 33 जोन व 153 सेक्टरों में बांटा गया है। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए डायवर्जन प्लान भी लागू किया गया है।

कांवड़ियों का सोमवार से ही गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार पहुंचना शुरू हो गया है। कांवड़ यात्रियों को अपने साथ पहचान पत्र रखना अनिवार्य किया गया है। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल और एसएसपी अजय सिंह ने कांवड़ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से अपना पहचान पत्र साथ लाने और नियमों का पालन करने की अपील की है। इस बार 12 फीट से ऊंची कांवड़ लाने पर रोक लगाई गई है। 12 दिन चलने वाले कांवड़ मेले में पहले हफ्ते पैदल कांवड़ यात्रियों का जोर रहेगा।

क्यू आर कोड लगाए गए

दस जुलाई के बाद डाक कांवड़ के तौर पर दोपहिया और चौपहिया वाहनों से श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचेंगे। आठ जुलाई से हरिद्वार जिले की सीमाओं से यातायात अन्य मार्गों पर डायवर्ट कर दिया जाएगा।वहीं, श्रद्धालुओं को पार्किंग की जानकारी देने के लिए पहली बार क्यूआर कोड की व्यवस्था लागू की गई है।  इन क्यू आरकोड को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेशकी बसों सहित विभिन्न राज्यों और मुख्य मार्गों में लगाया जा रहा है। QR कोड स्कैन करने पर कांवड़ यात्रा संबंधी रूट प्लान, पार्किंग, खोया पाया केंद्र आदि जानकारी हरिद्वार आ रहे शिवभक्तों को मिल जाएगी।

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