गृहमंत्री शाह ने किया आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वे, कुशल आपदा प्रबंधन के लिए CM धामी की तारीफ की
डायलॉग डेस्क: उत्तराखंड मे प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री के साथ हवाई सर्वेक्षण किया। केंद्रीय गृहमंत्री ने (home minister Amit Shah visited disaster affected area in Uttarakhand, assures all assistance from centre)केंद्र सरकार की तरफ से राज्य को हरसंभव मदद का भरोसा दिया । उन्होंने आपदा प्रबंधन में बेहतर समन्वय औऱ तेजी के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी की पीठ भी थपथपाई।
गृहमंत्री आज सुबह हेलिकॉप्टर के जरिए कुमाऊं के आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। गृहमंत्री ने इसके बाद जौलीग्रांट एयरपोर्ट स्थित राज्य अतिथि गृह में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के पश्चात पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने 24 घंटे पहले उत्तराखंड में आपदा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया था। आपदा के तत्काल बाद केंद्र व राज्य सरकार की सभी एजेंसियां सक्रिय हो गई थी। सेना, एनडीआरएफ, आइटीबीपी, एसडीआरएफ, पुलिस तथा दमकल दस्तों को समय रहते आपदा राहत कार्यों में लगा दिया गया।
गृहमंत्री ने बताया कि
3500 पर्यटकों को सफलता से रेस्क्यू किया गया
16 हजार से अधिक नागरिकों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया
नैनीताल हल्द्वानी तथा अल्मोड़ा की तीन सड़कों को छोड़कर शेष सभी सड़कों पर आवाजाही शुरू कर दी गई है
कुछ स्थानों पर सड़कें 25 मीटर से अधिक क्षतिग्रस्त हुई
आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी बहाल कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि आपदा के पहले दिन से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष तौर पर उत्तराखंड में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए केंद्र व राज्य के अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए थे। केंद्र सरकार ने आपदा राहत के लिए ढाई सौ करोड रुपये उत्तराखंड को दे दिए हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने आपदा प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी पूरी क्षमताओं के साथ आपदा प्रबंधन का कार्य संभाला। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में प्रत्येक वर्ष इस तरह की आपदाओं से सामना करना पड़ता है। इसके लिए सरकार हिमालयी क्षेत्रों में तकनीकी विस्तार तथा आपदा प्रबंधन के लिए ठोस कदम उठाने जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आपदा की इस घड़ी में पूरी तरह से देवभूमि उत्तराखंड के साथ है।