गश्त के लिए घर से निकले थे रेंजर, 9 दिन से हाथ नहीं लगा कोई सुराग, ढूंढते ढूंढते परिजन परेशान

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HALDWANI:  तराई केंद्रीय वन प्रभाग में तैनात वन क्षेत्राधिकारी (रेंजर) हरीश चंद्र पांडेय विगत 9 दिनों से लापता हैं। 29 नवंबर की रात गश्त के लिए निकले रेंजर हरीश पांडे का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। इससे उनके परिजन और पड़ोसी परेशान हैं। उनके परिवार और आस- पड़ोस के लोग दिन भर ऑटो में उन्हें हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में ढूंढ रहे हैं। आक्रोशित परिजनों ने विभाग के कार्यालय पहुंचकर उन्हें जल्द ढूंढने की गुहार लगाई है।

रेंजर हरीश चंद्र पांडे हल्द्वानी लालकुआं तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर में तैनात हैं। 29 नवम्बर की रात को गश्त के लिए घर से निकले थे। लेकिन तब से उनका कोई अता पता नहीं है। जब अगले दिन घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी तब से पुलिसकर्मियों के साथ ही वन विभाग के कर्मचारी उन्हें खोज रहे हैं। लेकिन 9 दिन से अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लग सका । पुलिस सीसीटीवी कैमरे भी खंगाल रही है ताकि हरीश चंद्र पांडे के बारे में कोई जानकारी मिल सके। बताया जा रहा है कि एक सीसीटीवी कैमरे में रेंजर को ऑटो में बैठकर काठगोदाम की ओर जाते देखा गया है। गुमशुदा रेंजर की तलाश में उनकी पत्नी ने 25 हजार रुपए का ईनाम भी रखा है।

पत्नी ने विभाग पर लगाए गंभीर आरोप

रेंजर हरीश चंद्र पांडेय की पत्नी पूर्णिमा पांडेय, मीडिया से बात करते हुए फफक – फफक कर रो पड़ीं, उन्होंने विभाग पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि विभाग की ओर से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है, हालांकि यूनियन के लोग मिले थे लेकिन वह भी कोई सहायता नहीं कर रहे हैं, पत्नी ने बताया की वह काम के सिलसिले को लेकर काफी समय से तनाव में रहते थे। उनके ऊपर विभाग का काफी दबाव रहता है, उन्होंने कहा कुछ बातें तो विभाग की उन्हें पता हैं, लेकिन वह बाद में खुलासा करेंगी, अभी उन्हें उनके पति सही सलामत चाहिए ।

 

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