चमोली हादसा: STP चलाने वाली कंपनी पर FIR दर्ज, लापरवाही बरतने पर सहायक अभियंता सस्पेंड
CHAMOLI: चमोली में करंट हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में मातम पसरा है। गुरुवार को चमोली में एक साथ 11 चिताएं जलीं तो हर किसी की आखें नम हो उठी। उधर प्रशासन ने एसटीपी चलाने वाली कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी है। इस हादसे में लापरवाही बरतने के आरोप में अपर सहायक अभियंता को भी निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि बुधवार को एसटीपी में करंट फैलन से 4 पुलिसकर्मियों समेत 16 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 11 लोग घायल हुए हैं।
इस दुखद घटना के बाद लगातार मामले में कार्रवाई की मांग हो रही है। विपक्षी कांग्रेस भी सख्त कार्रवाई की मांग कर रही है। अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राजस्व उपनिरीक्षक तहसील चमोली द्वारा सुपरवाइजर ज्वाइन्ट वेन्चर कम्पनी एवं अन्य संबंधित के विरूद्ध नमामि गंगे के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर विद्युत उपकरणों के संचालन में घोर लापरवाही बरते जाने के संबंध में एफ. आई. आर. दर्ज कर दी गई है।
इसके अलावा मुख्य महाप्रबंधक उत्तराखण्ड जल संस्थान द्वारा एस०टी०पी० का संचालन एवं रखरखाव करने वाली फर्म के कार्यों के समुचित अनुश्रवण का दायित्व देख रहे हरदेव लाल, अपर सहायक अभियन्ता को निलम्बित किया गया है। इस सम्बन्ध में जारी आदेश में मुख्य महाप्रबंधक द्वारा स्पष्ट किया गया है कि प्रथम दृष्ट्या हरदेव लाल अपर सहायक अभियन्ता के द्वारा विभागीय कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरते जाने का दोषी पाये जाने के दृष्टिगत उन्हें तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
गम और गुस्से में अलंकनंदा घाटी
चमोली में अलकनंदा के तट पर गुरुवार को जब एक साथ 11 चिताएं जलीं तो हर ओर चीत्कार गूंज उठी। हर आंख में आंसू और जुबां पर दर्द छलक रहा था। चमोली हादसे में मारे गए लोगों में से पांच शवों का अंतिम संस्कार बुधवार को ही कर दिया गया था। गुरुवार दोपहर को चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे बाकी 11शवों का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया। इस दौरान पूरा माहौल गमगीन हो गया। जिन 11 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ उनमें दस लोग हरमनी गांव और एक पाडुली गांव का है। चमोली में हुए करंट हादसे में तीन गांवों के 14 लोगों की मौत हुई है। इसमें सबसे अधिक हरमनी गांव से 10 लोगों की मौत हुई है। रांगतोली से दो और पाडुली गोपेश्वर से दो लोगों की मौत हुई है। तीन गांवों के 14 लोगों की मौत के बाद चमोली के गांव-गांव में मातम पसरा है। तीनों गावों में चूल्हे तक नहीं जले।