दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी के खिलाफ घोटालों के सबूत लूटने के आरोप में अल्मोड़ा के NGO ने दर्ज कराई FIR

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Almora:  दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार और उनके अधीनस्थ अफसर विजिलेंस विभाग के स्पेशल सेक्रेट्री वाईवीवीजे राजशेखर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। अल्मोड़ा की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट के आदेश के बाद ये एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल कोर्ट ने 2 मार्च को एनजीओ प्लेज़ेंट वैली फाउंडेशन की शिकायत को स्वीकार किया था और राजस्व पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने और आरोपों की जांच करने का आदेश दिया था। राजस्व क्षेत्र गोविंदपुर में दोनों अफसरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 392, 447, 120 बी, 504 और 506 तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

एनजीओ ने लगाए गंभीर आरोप

2 मार्च 2024 को प्लीजेंट वैली फाउंडेशन नाम के एक एनजीओ ने अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी। एनजीओ ने आरोप लगाया था कि 14 फरवरी को दादाकड़ा गांव में एनजीओ द्वारा संचालित धर्मार्थ विद्यालय में अधिकारियों ने चार लोगों को भेजा। इन लोगों ने एनजीओ के संयुक्त सचिव के कार्यालय में तोड़फोड़ की और फाइलें, रिकॉर्ड, दस्तावेज और पेन ड्राइव लूटकर ले गए। इन दस्तावेजों में घोटालों से जुड़े सबूत थे। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उन्होंने सतर्कता विभाग और अन्य जगहों पर घोटालों से जुड़ी कई शिकायतें दर्ज कराई थी। यही नहीं पीएमओ में भी शिकायतें दर्ज कराई थी। एनजीओ को इन शिकायतों को वापस लेने की धमकी दी गई है। ऐसा न करने पर एनजीओ के अधिकारियों को फंसाने की भी धमकी दी है। एनजीओ का आरोप है कि उनसे भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों को तत्काल वापस लेने कादबाव बनाया जा रहा है।

NGO ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि कार्यालय में घुसे लोग अपने साथ पहले से टाइप किए गए दस्तावेज लाए थे और एनजीओ के संयुक्त सचिव को उन पर दस्तखत करने का दबाव बना रहे थे।  शिकायत के अनुसार,  जब शिकायतकर्ता ने इसका विरोध किया तो हमलावर वहां रखे 63,000 रुपये लेकर चलते बने।

 

 

 

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