पिथौरागढ़ के बाद अब पौड़ी में शुरू हुआ मिशन बेडू, महिलाओं को दी जा रही पहाड़ी अंजीर  से उत्पाद बनाने की ट्रेनिंग

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PAURI: पिथौरागढ़ में पहाड़ के स्थानीय फल बेडू (अंजीर) से दर्जनों स्थानीय उत्पाद बनाने के सफल प्रयोग के बाद अब पौड़ी में भी इस पहल को आजमाया जा रहा है। जिलाधिकारी आशीष चौहान के नेतृत्व में उद्यान विभाग के फल प्रसंस्करण केंद्र में बेडू से उत्पाद तैयार करने के ट्रेनिंग कैंप का शुभारंभ किया। डीएम आशीष चौहान बेडू से जैम, अचार, चटनी, ड्राई अंजीर आदि उत्पाद तैयार करवाना चाहते हैं।

पिथौरागढ़ में डीएम रहने केदौरान भी डॉ आशीष चौहान इस तरह का सफल प्रयोग कर चुके हैं। आजीविका मिशन के तहत बेडू से तैयार उत्पादों को काफी सराहना मिली थी। इसी पहल को अब पौड़ी में भी आजमाया जा रहा है। 5 दिन तक चलनेवाले ट्रेनिंग प्रोग्राम में शुरुआती चरण में 15 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बेडू से उत्पाद तैयार करने, और उनकी मार्केटिंग के पीछे महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण की सोच निहित है। इस मिशन के तहत 36 गांवों की 500 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा स्थानीय कास्तकार भी बेडू उत्पादन के लिए प्रेरित होंगे। जिससे उकी आमदनी भी बढ़ेगी।

डीएम आशीष चौहान ने उद्यान अधिकारियों को निर्देशित किया कि बेडू की तरह अन्य स्थानीय उत्पादों की न्यूट्रीशन और मेडिसिन वैल्यू का पता लगाकर इसमे वैल्यू एडिशन किया जाए। ताकि इनको अच्छा मार्केट मिलसके औऱ लोगों की आजीविका सुधर सके।

पहाड़ी अंजीर (बेडू) से विभिन्न उत्पादों को तैयार करने संबंधित तकनीकि व प्रशिक्षण संबंधी सहयोग रिप (ग्रामीण उद्यम वेग वृद्वि परियोजना) और उद्यान विभाग द्वारा प्रदान किया जायेगा। प्रोसेसिंग यूनिट का संचालन एन.आर.एल.एम. फेडरेशन (महिला उमंग स्वायत्त सहकारिता) द्वारा किया जायेगा। फेडरेशन से जुड़ी महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों से बेडू का कलेक्शन तथा रीप परियोजना और उद्यान विभाग इसमें उनका सहयोग करेगा। महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों की ‘हिलांस ब्राण्ड‘ के माध्यम से मार्केटिंग की जायेगी तथा मुख्य चारधाम मार्गों के साथ ही स्थापित आउटलेट में उत्पादों का विक्रय किया जायेगा।

 

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