आखिरकार मारा गया खौफ का पर्याय बना गुलदार, कीर्तिनगर क्षेत्र में दो दिन में 9 लोगों पर कर चुका था हमला
KIRTINAGAR: टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक में आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को आखिरकार वन विभाग की टीम ने मारने में सफलता हासिल की है। बीते दो दिनों में वन कर्मियों समेत 9 लोगों पर हमला कर चुके गुलदार को मलेथा में आखिरकार ढेर कर दिया गया। इससे क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है।
बता दें कि कीर्तीनगर, श्रीनगर, मलेथा, नैथाणा में गुलदार का आतंक मचा था। गुरुवार को घास लेने गई नैथाणा की तीन महिलाओं पर गुलदार ने हमला कर दिया था। महिलाओं ने साहस दिखाकर, गुलदार से भिड़कर अपनी जान बचाई थी। इसके बाद शाम को कड़ाकोट गांव के शिवालय में रह रही माई और पैनोला गांव की 60 वर्षीय महिला पर भी गुलदार ने झपट्टा मारा। सभी घायलों को बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुलदार का आतंरक शुक्रवार को भी कम नहीं हुआ। एक साथ 5 महिलाओं पर हमले के बाद वन विभाग की टीम गुलदार को पकड़ने के लिए अलर्ट थी तो इसी बीच मलेथा गांव में 4 वनकर्मियों पर भी गुलदार ने हमला कर दिया। तभी से विभाग ने गुलदार को मारने या पक़डने के लिए कमर कस ली थी।
शुक्रवार को मलेथा के एक होटल में गुलदार घुस गया था। होटल मालिक ने समझदारी दिखाते हुए कमरे का दरवाजा बंद किया और विधायक व वन विभाग को तत्काल गुलदार की सूचना दी, लेकिन वन विभाग की टीम के मौके पर पहुंचने से पहले से ही गुलदार कमरे की खिड़की से खेत में भाग गया, जहां गुलदार ने एसडीओ अनिल पैन्यूली, वनकर्मी महावीर, गुड्डू और तेज सिंह पर हमला किया। वन विभाग ने शूटर बुलाए और गुलदार को देखते ही उस पर 4 गोलियां दागी गई, जिसमें से चौथी गोली गुलदार को लगी, जिसमें वो ढेर हो गया। वन विभाग का कहना है कि गुलदार को आत्मरक्षा में मारा गया है।गुलदार को ढेर करने वाली टीम को देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने 15000 हजार रुपए का नकद इनाम देने की घोषणा की है।
गुलदार के आतंक से लोग काफी डरे हुए थे. टिहरी डीएफओ अमित कंवर ने बताया कि गुलदार वनकर्मियों की गोली से मारा गया। दो दिन में गुलदार 9 लोगों पर हमला किया था, जिसमें से चार वन विभाग के कर्मचारी थे। आत्मरक्षा में गुलदार को मारा गया है।