मार्च में दोबारा होगी VPDO, वन दरोगा, सचिवालय रक्षक की परीक्षा,11 भर्तियों पर UKSSSC ने लिया बड़ा फैसला
Dehradun: उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। पेपर लीक को लेकर विवादों में रही VPDO परीक्षा, वन दरोगा परीक्षा और सचिवालय रक्षक परीक्षा को फिलहाल रद्द कर दिया गया है। इन परीक्षाओं को मार्च 2023 में दोबारा आयोजित किया जाएगा। आयोग ने 7 भर्तियों पर फैसला लेने से पहले विधिक राय मांगी है। जबकि एलटी परीक्षा का रास्ता साफ कर दिया गया है।
UKSSSC के चेयरमैन जीएस मर्तोलिया ने बताया कि आयोग की 11 भर्तियां सवालों के घेरे में थी। इनमें से वन दरोगा भर्ती, VPDO भर्ती और सचिवालय रक्षक भर्ती की जांच एसटीएफ कर रही है। VPDO भर्ती में पेपर लीक का मामला सामने आया था। बाकी 2 परीक्षाओं में भी नकल की बात आई थी। इस आधार पर इन तीनों परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है।लेकिन बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ न हो इसलिए मार्च 2023 में दोबारा से तीनों परीक्षाओं को आयोजित किया जाएगा। इस परीक्षा में वो लोग शामिल नहीं हो सकेंगे जो 2021 कीपरीक्षा में एब्सेंट थे। जिन लोगों ने लीक हुए पेपर से नकल की है, ऐसे करीब 141 लोगों को चिन्हित किया गया है, एसटीएफ की जांच जारी है। नकल करने वालों को आयोग की किसी भी परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा।
UKSSSC ने 8 अन्य परीक्षाओं पर भी फैसला लिया है। एलटी भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट दे दी गई है। जल्द ही शिक्षा विभाग से चयनित अभ्यर्थियों को जॉइनिंग मिलेगी। इसके अलावा 7 भर्तियों, कर्मशाला अनुदेशक,कनिष्ठ सहायक, पुलिस रैंकर्स भर्ती, वैयक्तिक सहायक, वाहन चालक भर्ती, मत्स्य निरीक्षक भर्ती, मुख्य आरक्षी पुलिस दूरसंचार की परीक्षाओं पर विधिक राय के बाद आयोग फैसला करेगा।
अभ्यर्थियों में आक्रोश
उधर VPDO परीक्षा 2021 रद्द होने से चयनित हुए अभ्यर्थियों में आक्रोश है।अभ्यर्थियों ने आयोग के बाहर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके साथ अन्याय हुआ है। पेपर लीक करने वालों की सजा उनको दी जा रही है। कुछ अभ्यर्थियों ने सिर मुंडवाकर विरोध जताया।