उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू: चंद घंटों में बाहर आ सकते हैं 41 मजदूर,  ऑगर मशीन से 45 मीटर ड्रिलिंग पूरी

Share this news

UTTARKASHI: सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का मिशन तेजी पकड़ चुका है। बडी खबर ये है कि अमेरिकन ऑगर मशीन ने 45 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर दी है। अब 18 मीटर का हिस्सा बचा हुआ है और उम्मीद की जा रही है कि अगले 2-3 घंटों में ये काम पूरा हो जाएगा। इस 45 मीटर के हिस्से में 800 एमएम के पाइप डाले गए हैं जिनके जरिए मजदूरों को बाहर लाया जाएगा।

सब कुछ ठीक रहा तो आज रात तक मजदूरों को बाहर लाने की प्रोसेस शुरू हो सकती है। सबसे खास बात ये है कि बचाव के सबसे पहले प्लान यानी ऑगर ड्रिलिंग का काम बेहद आसानी से चल रहा है। पीएमओ के पूर्व सलाहाकर भाष्कर खुल्बे ने बताया कि ऑगर मशीन से पिछले  घंटे में 6 मीटर का एक और पाइप इनसर्ट किया गया है। यानी अब तक 45 मीटर ड्रिलिंग हो चुकी है। अगले दे तीन घंटे में इसका एक और अपटेड सामने आएगा और माना जा रहा है कि तब तक मशीन 57 मीटर ड्रिलिंग का काम पूरा कर देगी।

बता दें कि ऑगर मशीन से पिछले हफ्ते ड्रिल करके 900 MM के पाइप डाले जा रहे थे। लेकिन 22 मीटर पाइप अंदर पुश करन के बाद अड़चन आ गई और काम रोकना पड़ा। अब उन्हीं पाइपों के भीतर 800 MM के पाइप पुश किए गए हैं।

रेस्क्यू मिशन की सफलता के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भी कामना की है। सीएम धामी ने एक्स पर लिखा है,  सिलक्यारा टनल में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी से कार्य किया जा रहा है, इस सम्बन्ध में निरंतर अधिकारियों से संपर्क में हूं। ऑगर मशीन से पुनः कार्य आरंभ करते हुए कुल 45 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई है। केंद्र सरकार द्वारा प्राप्त उपकरणों के माध्यम से ऊर्ध्वाधर और क्षैतिज दोनों ड्रिलिंग विकल्पों पर कार्य किया जा रहा है। NDRF एवं SDRF की सहायता से अंदर फंसे श्रमिकों के साथ ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप तैयार कर लिया गया है, इसके उपरांत एक-एक कर के सभी की चिकित्सकों से बात करवाई जा रही है। श्रमिकों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मनोचिकित्सक से भी उनकी बात करवाई जा रही है। श्रमिक बंधुओं की कुशलता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

 

(Visited 137 times, 1 visits today)

You Might Be Interested In