भीमताल में आतंक का पर्याय बनी नरभक्षी बाघिन का शावक पकड़ा गया, खतरा अभी भी बरकरार
Bhimtal: आदमखोर बाघ की दहशत के साए में जी रहे भीमताल क्षेत्र के लोगों के लिए राहत भरी ख़बर है। आदमखोर बाघिन का एक शावक पिंजरे में कैद हो गया है जबकि एक अन्य शावक और बाघिन को पकड़ने के लिए जाल बिछाया जा रहा है। इससे क्षेत्र के लोगों को आंशिक राहत मिली है लेकिन वन विभाग की ओर से अभी कुछ दिनों तक अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक सोमवार – मंगलवार रात करीब एक बजे ग्राम सभा जंगलिया गांव के तोक नौली से वन विभाग ने बाघिन के एक शावक को पिंजरे में कैद कर लिया। रेस्क्यू के बाद ट्रेंकुलाइज करके वन विभाग की टीम उसे अपने साथ ले गई। इस आदमखोर के पकड़े जाने से पूरे भीमताल क्षेत्र के लोगों को थोड़ी राहत अवश्य मिलेगी लेकिन अभी यह कंफर्म नहीं हो पाया है कि लोगों की हत्या करने वाला आदमखोर यही बाघ था जब तक पूरी रिपोर्ट सामने नहीं आ जाती तब तक वन विभाग ने ग्रामीणों से और सतर्क रहने की बात कही है।
आपको बता दें कि आदमखोर बाघ पिछले कुछ दिनों में भीमताल क्षेत्र में तीन महिलाओं को अपना निवाला बना चुका है और कई मवेशियों का भी शिकार कर चुका है। नवंबर महीने से लागातार बाघ को क्षेत्र में घूमते देखा जा रहा है।
7 दिसंबर को मलुवाताल ग्राम सभा के कसैल तोक में इंदिरा देवी (35)को शाम को 5:30 बजे घर के पास ही निवाला बनाया। दो दिन बाद 9 दिसंबर को पिनरों ग्राम सभा में 36 वर्षीय पुष्पा देवी को इस आदमखोर ने निवाला बनाया। अल्चोना निवासी 21 वर्षीय निकिता शर्मा को 19 दिसंबर को नरभक्षी का तीसरा निवाला बनी।
इन घटनाओं ने क्षेत्र में आक्रोश और दहशत भर दी है। गुस्साए ग्रामीणों ने 20 दिसंबर को हल्द्वानी भवाली राजमार्ग को बंद कर दिया था।