
हिंदू बहनों ने ईदगाह के लिए दान की डेढ़ करोड़ की जमीन, हरीश रावत ने बताया सौहार्द की मिसाल
Kashipur: काशीपुर में दो हिंदू बहनों ने सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए मुस्लिमों को ईद का तोहफा दिया है। दोनों बहनों ने अपने दिवंगत पिता की इच्छा के (Hindu sisters donates 4 bigha land to Eidgah) अनुसार अपनी चार बीघा जमीन ईदगाह के विस्तारीकरण के लिए दान दे दी। दोनों ने काशीपुर में ईदगाह कमेटी को जमीन का कब्जा दे दिया है।
जमीन मिलते ही ईदगाह कमेटी ने बुनियाद खुदवाकर बाउंड्री का काम भी शुरू कर दिया है। इस जमीन का बाजार भाव डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा का है। काशीपुर में लाला ब्रजनंदन प्रसाद रस्तोगी के परिवार की कृषि जमीन है। इस जमीन पर खाता संख्या 827 (1) व (2) का करीब चार बीघा रकबा ईदगाह की बाउंड्री से सटा हुआ है। ब्रजनंदन इस जमीन को ईदगाह के लिए दान करने के इच्छुक थे, लेकिन यह रकबा उनकी दोनों बेटियों सरोज रस्तोगी और अनीता रस्तोगी के नाम पर था। इसलिए वे खुद ये काम नही कर सकते थे।
लेकिन जब उनकी बेटियों बेटियों सरोज रस्तोगी और अनीता रस्तोगी को पिता की इच्छा का पता चला तो उन्होंने जमीन दान करने का फैसला लिया। औऱ ईदगाह कमेटी के सदर हसीन खान से संपर्क कर जमीन दान करने की प्रक्रिया पूरी की। सरोज का परिवार मेरठ और अनीता का परिवार दिल्ली में रहता है। ईदगाह कमेटी इस जमीन पर ईदगाह का विस्तारीकरण करने जा रही है।
उधर इस खबर पर कांग्रेस नेता पूर्व सीएम हरीश रावत ने खुशी जताते हुए दोनों बहनों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा है, धन्यवाद, सरोज और अनीता रस्तोगी जी आपने सामाजिक सौहार्द का एक सशक्त उदाहरण प्रस्तुत किया है।