वायरल वीडियो से खुली प्रशासन के दावों की पोल, यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से रास्ता जाम, 2 की मौत, प्रशासन बोला ऑल इज वेल

Share this news

UTTARKASHI: चारधाम यात्रा को सुचारू बनाने के लिए प्रशासन लाख दावे कर रहा है, लेकिन यमुनोत्री धाम में अव्यवस्थाएं किस कदर फैली हैं, इसकी पोल एक वायरल वीडियो ने खोली है। यमुनोत्री धाम के कपाट 10 मई को खोल दिए गए थे, पहले ही दिन दर्शनों के लिए यात्रियों का हुजूम उमड़ पड़ा। लेकिन रास्ते में कोई सुचारू व्यवस्था न होने के कारण संकरे रास्ते पर हजारों यात्री एक दूसरे से चिपक कर चलते रहे। गनीमत रही कि धक्कामुक्की नहीं हुई वरना बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि जिला प्रशासन ने शनिवार को वीडियो जारी कर कहा है कि यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाएं सुचारू हैं और अब ऐसी स्थिति नहीं है।

वायरल वीडियो जानकीचट्टी से आगे का बताया जा रहा है। जिसमें उमड़ी भीड़ को देखते हुए सरकार की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, यमुनोत्री धाम में पहले ही दिन 12 हजार से अधिक लोगों के पहुंचने के बाद सवालों का सिलसिला शुरू हो गया। जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम तक करीब 5 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर संकरे रास्तों में भारी भीड़ उमड़ने के कारण जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि संकरी जगह पर हजारों तीर्थयात्री इकट्टा हुए हैं। लोग न आगे बढ़ रहे पा रहे थे, न पीछे जा पा रहे थे। घोड़ा और खच्चर वाले अपने-अपने स्थान पर भी पहले दिन उतर नहीं पाए। पालकी वालों को भी कोई मदद नहीं मिली।

जिला प्रशासन की सफाई

हालांकि जिला प्रशासन ने शनिवार को लगातार फोटो औऱ वीडियो जारी कर कहा है कि अब यात्रा मार्ग पर जाम जैसी कोई स्तिथि नहीं है। जानकी चट्टी और खरसाली में यात्रियों हेतु पार्किंग की उचित व्यवस्था की गई है। जानकी चट्टी से आगे पैदल यात्रियों का आवागमन सुचारू है। साथ ही घोड़े खच्चर और कंडी वाले भी आसानी से आ जा रहे हैं।

दो श्रद्धालुओं का मौत

चारधाम यात्रा के पहले ही दिन यमुनोत्री धाम में दर्शन कर लौटते समय दो तीर्थ यात्रियों की मृत्यु हो गई। जिसमें एक यात्री की मृत्यु बेहोश होकर पैदल मार्ग पर गिरने और दूसरे की हाई अटैक से हुई। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जानकीचट्टी अस्पताल में रखा है। जहां पंचनामा की कार्रवाई की जा रही है । पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार देर शाम को विमला पत्नी प्रमेश चंद निवासी प्रतागढ़ जिला उन्नाव उत्तर प्रदेश जानकीचट्टी के निकट पैदल मार्ग पर बेहोश होकर गिर पड़ीं। साथ चल रहे अन्य तीर्थयात्रियों ने 69 वर्षीय विमला को जानकीचट्टी अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं रामगोपाल उम्र 71 वर्ष पुत्र विश्वनाथ निवासी सागर, मध्य प्रदेश की धाम से जानकीचट्टी लौटते समय हृदय गति रुकने से मृत्यु हुई है।

(Visited 183 times, 1 visits today)

You Might Be Interested In