कड़ाके की सर्दी से नीति घाटी में जम गए नदियां, झरने और गधेरे, पर्यटकों को दिख रहा रोमांचक नजारा
CHAMOLI: बारिश और बर्फबारी से चकराता, धनोल्टी, हर्षिल, औली के अलावा बदरीनाथ और केदारनाथ की चोटियां बर्फ से आच्छादित हो गई हैं। वहीं समूचे पहाड़ में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। चमोली की नीति घाटी में ठंड इतनी बढ़ गई कि यहां झरने और नदियां तक जम गए। जमे हुए झरनों को देखने दूर दूर से पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं।
क्रिसमस औऱ न्यू इयर के मौके पर बहड़ी तादात में पर्यटक बर्फ देखने उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं। लेकिन कड़ाके की ठंड ने चमोली की नीति घाटी में नदियों और झरनों को जमा कर रख दिया है। दिन के समय बर्फ नहीं गिर पा रही लेकिन रात का तापमान माइनस में जाने से यहां बहने वाले अधिकांश झरने नदियां व गदेरे जमने लग गए हैं। जो पर्यटक बर्फ का दीदार नहीं कर पा रहे वो भी जमे हुए झरनों को देखने नीति घाटी की ओर चले आ रहे हैं। पर्यटकों के आने ये स्थानीय दुकानदारों, होमस्टे संचालकों में खुशी की लहर है।
पर्यटक इन जमे झरनों के पास खूब सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं। घाटी में इस समय दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश सहित अन्य जगह के पर्यटक पहुंच रहे हैं।
बता दें कि नीति घाटी के लोग शीतकाल में निचले इलाकों में आ जाते हैं। पिछले सालों तक इस समय घाटी में कोई ग्रामीण दिखाई नहीं देता था। मगर पर्यटकों के आने से इन दिनों गमशाली, मलारी सहित कई गांवों में दुकानें और होम स्टे खुले हुए हैं जिससे पर्यटकों को खाने-पीने से लेकर रात्रि विश्राम में दिक्कत नहीं आ रही है।
उधर सोमवार रात से मंगलवार को भी चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और टिहरी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी कादौर जारी रहा। देहरादून जनपद के चकराता और मसूरी में भी सीजन का दूसरा हिमपात हुआ। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, फूलों की घाटी, लाल माटी, नंदा घुंघटी की चोटियों के साथ ही नीती और माणा घाटी में बर्फबारी हुई। केदारनाथ, वासुकीताल, चोराबाड़ी, मद्महेश्वर, तुंगनाथ, चंद्रशिला और पर्यटक स्थल चोपता में भी हल्की बर्फबारी हुई। धनोल्टी, काणाताल, सुरकंडा, बुरांशखंडा, नागटिब्बा और अन्य जगह बर्फ की सफेद चादर बिछी है।
उत्तरकाशी में गंगोत्री-यमुनोत्री धाम समेत हर्षिल घाटी, मोरी के पर्यटन स्थल केदारकांठा ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है।