उत्तराखंड बारिश से त्रस्त, CM मोर्चे पर, मंत्री मस्त, सीएम का आदेश, जिलों में प्रवास करें प्रभारी मंत्री

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DEHRADUN: भारी बरसात के कारण उत्तराखंड बेहाल है। पहाड़ों पर भूस्खलन और नदियों में उफान से सैकड़ों सड़कें बंद हैं, तो मैदान में बाढ़ से हाहाकार है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी खुद मोर्चे पर जा रहे हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार में और कोई है ही नहीं। शायद सीएम धामी को भी ऐसा ही लगता है, इसलिए मुख्यमंत्री ने अपेक्षा की है कि मानसून के दृष्टिगत सभी जिलों के प्रभारी मंत्री अपेन अपने जिलों में प्रवास करें और राहत व बचाव कार्यों को तेज करें।

मुख्यमंत्री धामी ने समस्त मन्त्रीगणों से अपने-अपने प्रभार के जनपदों में प्रवास कर राहत एवं बचाव के कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने की अपेक्षा की है। विदित है कि वर्तमान में राज्य में निरन्तर भारी वर्षा के कारण जगह-जगह आपदा की स्थिति उत्पन्न हुई है और मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों के अनुसार शासन व प्रशासन के सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी राहत व बचाव कार्यों में तत्परता से लगे हैं। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से सभी मंत्रीगणों को अपने-अपने जनपदों में प्रवास कर राहत एवं बचाव कार्यों को अधिक प्रभावी बनाने की अपेक्षा की है।

भारी बरसात के बाद हरिद्वार बेहाल है। लक्सर क्षेत्र बाढ़ में लगभग डूब चुका है। लेकिन हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज नदारद हैं। सतपाल महाराज दिल्ली दौरे पर हैं। इसको लेकर कांग्रेस ने भी सतपाल महाराज पर निशाना साधा है। इसी तरह नैनीताल ऊधम सिंह नगर में भारी बारिश का कहर जारी है। पौड़ी में पुल टूट रहे हैं, सड़कें बह रही हैं। उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में चारधाम यात्रा पर बारिश का बुरा असर पड़ रहा है। हालात ये है कि सभी जिलों में स्कूल बंद करनी पड़ी हैं। नैनीताल में भूस्खलन और बारिश से कई मार्ग बंद हैं, गांवों का संपर्क कटा है, लेकिन जिले की प्रभारी मंत्री रेखा आर्या बरेली में हैं।

आपदा के वक्त भी मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के अलावा सरकार का कोई और चेहरा धरातल पर लोगों के बीच नही दिखता। कोटद्वार में मालन नदी पर बना पुल टूटने के बाद स्पीकर रितु खंडूड़ी 2 दिन तक कोटद्वार में रहीं।

 

 

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