Assembly Election: ऐसा हुआ तो डीडीहाट सीट पर गढ़ जाएंगी सबकी नजरें, भाजपा-कांग्रेस एक दूसरे की घेराबंदी को तैयार

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Election Desk:  उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। यहां मुख्यमंत्री की सीट हमेशा चर्चा में रहती है। क्योंकि पिछले दो चुनावों में मुख्यमंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है। इस बार पिथौरागढ़ जिले की एक ऐसी सीट है जो चर्चा का विषय है। डीडीहाट विधानसभा (Didihat assembly seat may be hottest in Uttarakhand) सीट पर पिछले 4 चुनावों में भाजपा का कब्जा रहा है। यहां विशन चुफाल का कोई विकल्प नहीं है। लेकिन माना जा रहा है  कि इस बार भाजपा रणनीति में बदलाव कर सकती है। ऐसी चर्चाएं हैं कि  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी डीडीहाट से चुनाव लड़ सकते हैं। इन चर्चाओं को सही मान लें तो कांग्रेस भी यहां से हरीश रावत को उतार सकती है। ऐसे में डीडीहाट प्रदेश की सबसे खास सबसे हॉटसीट बन जाएगी।

धामी के डीडीहाट आने की चर्चाएं

ऐसी चर्चाएं हैं कि खटीमा क्षेत्र में घेरेबंदी देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी डीडहाट का रुख कर सकते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पैतृक गांव हड़खोला भी डीडीहाट विधानसभा क्षेत्र में ही पड़ता है। पिछले महीनों उन्होंने अपने पैतृक गांव में लोगों के साथ काफी वक्त बिताया और वहां जनसंपर्क भी किया था। सीएम बनने के बाद धामी ने यहां हेलीपैड से लेकर सड़क-पानी के क्षेत्र में तमाम काम कराए हैं। इस क्षेत्र में लगातार उनकी सक्रियता भी बनी रही। माना जा रहा है कि खटीमा में कड़ी टक्कर देखते हुए सीएम धामी डीडीहाट का रुख करेंगे।  पिछले दिनों खटीमा में एक रैली के दौरान धामी ने कहा भी था कि वे कहीं भी जाएंगे, खटीमा के लोगों के ऋणी रहेंगे। इससे धामी के खटीमा छोड़ डीडीहाट जाने की चर्चाओं को बल मिला है। ऐसा होता है तो विशन सिंह चुफाल को पिथौरागढ़ शिफ्ट किया जा सकता है। या उनका टिकट भी कट सकता है।

क्या हरदा करेंगे धामी की घेरेबंदी?

अगर सीएम धामी के डीडीहाट से लड़ने की खबर सच साबित होती है तो डीडीहाट विधानसभा उत्तराखंड की सबसे हॉट सीट बन जाएगी। ऐसे में कांग्रेस भी बड़ा दांव खेलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को डीडीहाट से उतार सकती है। कांग्रेस सीएम धामी को फ्री बायपास नहीं देना चाहती। अगर हरीश रावत धामी के खिलाफ चुनाव लड़ें तो मुकाबला रोचक होगा। हरदा को डीडीहाट से प्रत्याशी बनाने के लिए डीडीहाट जिला कांग्रेस कार्यकारिणी से एक प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है। डीडीहाट, कनालीछीना और मूनाकोट के कांग्रेस संगठन के लोग लगातार हरीश रावत से संपर्क में हैं। हरीश रावत के दोनों बेटे वीरेंद्र रावत और आनंद रावत भी डीडीहाट के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने का काम कर रहे हैं।

 

ऐसा रहा इतिहास

डीडीहाट क्षेत्र भाजपा और विशन सिंह चुफाल के लिए विजयी गढ़ रहा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां से भाजपा के दिग्गज विशन सिंह चुफाल ने लगातार पांचवीं जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस के किशन भंडारी को  2368 वोटों से हराया था। 2012 के चुनाव में यहा बीजेपी के विशन चुफाल ने 10617 वोटो से जीत दर्ज की थी। 2007 में डीडीहाट से विशन सिंह चुफाल ने कांग्रेस के हेम बिष्ट को 2293 वोटों से हराया था।  2002 के चुनाव में यहां बीजेपी के  विशन सिंह चुफाल ने यूकेडी के घनश्याम जोशी को 4495 वोटो से हराया था।

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