अंतिम पग पार करते ही भारतीय सेना को मिले 288 जाबांज लेफ्टिनेंट, उत्तराखंड से 33 अफसर बने सेना का हिस्सा

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DEHRADUN: 18 महीने की कड़ी ट्रेनिंग के बाद अंतिम पग पार करते ही 288 जेंटलमैन कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके अलावा मित्र देशों के 90 कैडेट भी अपने देश की सेना में बतौर अफसर शामिल हुए। इंडियन मिलिट्री अकादमी में आयोजित पासिंग आउट परेड में दक्षिण पश्चिमी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ ले. जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने बतौर रिव्यूइंग आफिसर शिरकत की।

आईएमए के ड्रिल स्क्वायर पर परेड सुबह छह बजे से शुरू हुई थी। इस दौरान प्रत्येक देशवासी को गर्व और शौर्य की अनुभूति कराने वाले अनुशासित जेंटलमैन कैडेट की पासिंग आउट परेड ने सबका मन मोह लिया। इस दौरान बतौर निरीक्षण अधिकारी दक्षिण पश्चिमी कमान के कमांडर (जनरल आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ) लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह भिंडर परेड स्थल पर पहुंचे और परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद निरीक्षण अधिकारी ने कैडेट्स को ओवरआल बेस्ट परफॉर्मेंस और अन्य सम्मान से नवाजा।

मित्र देशों को मिले 89 सैन्य अफसर

शनिवार को IMA से पास आउट होकर भारतीय सेना को 288 नए जांबाज सैन्य ऑफिसर मिले, जबकि आठ मित्र देशों अफगानिस्तान, भूटान, किर्गिस्तान, मालद्वीव, नेपाल, श्रीलंका, तजाकिस्तान व तंजानिया को 89 सैन्य अधिकारी मिले। इसी के साथ सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 64 हजार 145 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया। इनमें मित्र देशों को मिले 2813 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।

सैन्यधाम के 33 अफसर

इस बार भी IMA से देशभर के पास आउट होने वाले नए सैन्य अधिकारियों में उत्तराखंड का दूसरा स्थान है। उत्तराखंड के IMA से 33 कैडेट्स पास आउट होकर ऑफिसर बने। जबकि पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश है जहां से 50 सैन्य अधिकारी बने। 2022 की इस ऐतिहासिक POP परेड संपन्न होते ही अपने 90 साल के गौरवशाली इतिहास में IMA अब तक 63 हज़ार 768 युवा सैन्य अफसर तैयार करने का रिकॉर्ड दर्ज कर चुका है।

 

अफगानिस्तान के कैडे्टस का अंतिम बैच

आईएमए में इस बार अफगानिस्तान के कैडे्टस का अंतिम बैच है। अबकी 43 कैडेट्स पास आउट हुए, लेकिन इनका भविष्य अधर में नजर आ रहा है। कारण है कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अफगान राष्ट्रीय सेना का अस्तित्व समाप्त हो गया है। पिछले साल 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो गया था। पिछले साल जब तालिबानी कब्जे के दौरान अफगानिस्तान के 83 जेंटलमैन कैडेट्स आईएमए में सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। इनमें से 40 कैडेट्स दिसंबर 2021 में हुई पासिंग आउट परेड के दौरान पास आउट हुए थे। शेष 43 कैडेट्स आज शनिवार को पास आउट हो गए हैं।

मीडिया की कवरेज पर था बैन

अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता आने के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान की रेगुलर सेना को खत्म दिया है। इसलिए कोई भी अफगान कैडेट्स सैन्य प्रशिक्षण के लिए आईएमए नहीं आया। इस लिहाज से मौजूदा परिप्रेक्ष्य में आईएमए से पास आउट होने वाला अफगान कैडेट्स का यह अंतिम बैच है। वहीं सुरक्षा कारणों से इस बार पीपिंग सेरेमनी सहित अन्य कार्यक्रमों में मीडिया की कवरेज पर प्रतिबंध था।

 

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