पंतनगर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं राष्ट्रपति, मिलेट्स के उत्पादन के लिए उत्तराखंड को सराहा
PANTNAGAR: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिन के दौरे पर उत्तराखंड पहुंच गई हैं। मंगलवार को राष्च्रपति का पहला कार्यक्रम पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में था जहां वे यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुई। यहां पंतनगर एय़रपोर्ट पर राष्ट्रपति का स्वागत राज्यपाल गुरमीत सिंह और केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने किया। इस दौरान विश्वविद्यालय के 1041 छात्र छात्राओं को डिग्रियां बांटी गई।
दीक्षांत समारोह को लेकर खासा उत्साह दिखाई दिया। कृषि विश्वविद्यालय के 35वें दीक्षांत समारोह में 1041 छात्र छात्राओं उपाधियां दी गईं। इनमें ग्रेजुएशन के 626 छात्र छात्राएं, पीजी के 310 छात्र छात्राएं और पीएचडी वाले 105 छात्र छात्राओं को उपाधियां दी गई हैं। शैक्षणिक रिकॉर्ड के आधार पर 14 कुलपति स्वर्ण पदक प्रदान किए गए हैं. 11 रजत पदक दिए गए। इसके साथ ही 10 कांस्य पदक बांटे गए।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि आज पदक पाने वाले छात्र छात्राओं में बेटियों की संख्या ज्यादा है। इसके लिए उन्हें बधाई है। सभी जगह बेटियां अच्छा कर रही हैं। उन्होंने विवि की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि विवि ने हरित क्रांति में प्रभावी भूमिका निभाई है, नई प्रजातियां दलहन उत्पादन में क्रांति लाएंगी। राष्ट्रपति ने कहा कि आज क्लाइमेट चेंज और समृदा क्षरण जैसी समस्याओं से निपटने के लिए दुनिया प्राकृतिक और जैविक खेती की ओर बढ़ रही है। पूरा विश्व इस वर्ष को मिलेट इयर के रूप में मना रहा है। उत्तराखण्ड मिलेट्स के उत्पादन में अग्रणी राज्य है। मिलेट को हमारी food हैबिट में प्राथमिकता प्रदान करने में इस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों व संकाय सदस्यों की भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आगे भी रहेगी।
विश्वविद्यालय के वीसी, बीएस चौहान ने बताया कि शिक्षा, अनुसंधान और प्रसार में अपने अहम योगदान के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा दिए जाने वाले प्रतिष्ठित “सरदार पटेल आउटस्टेंडिंग इन्स्टीट्यूशन” सम्मान से विवी को तीन बार सम्मानित किया जा चुका है। इस उपलब्धि के अलावा विश्वविद्यालय आई.सी.ए.आर. रैंकिंग में देश के कृषि विश्वविद्यालयों के बीच लगातार शीर्ष स्थान पर रहा है। विश्वविद्यालय फसलों की 346 उन्नत किस्में विकसित कर चुका है,पशुओं की दो नस्लें भी विकसित की गईं, फसलों की 346 उन्नत किस्में और पशुओं की नस्लें देश के किसानों को समर्पित की जा चुकी हैं। पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में उत्पादित पंतनगर के बीज किसानों के बीच बहुत पसंद किया जाता है। बीते वर्ष क्यूएस रैंकिंग में विवि को 361वां स्थान हासिल हुआ था।