अल्मोड़ा बस हादसा: तो ओवरलोडिंग रही हादसे की बड़ी वजह, 42 सीटर बस में सवार थे 60 यात्री, 36 की मौत, 24 घायल
RAMNAGAR: अल्मोड़ा में मर्चुला के पास जीएमओयू बस हादसे की बड़ी वजह सामने आई है। नैनीडांडा से रामनगर आ रही बस संख्या UK12 PA 0061 सारड बैंड के पास अनियंत्रित होकर 150 फीट गहरी खाई में गिर गई। प्रशासन ने हादसे में मृतकों और घायलों की सूची जारी की है। हादसे में 28 लोगों की मौत हो गई जबकि 28 घायल हैं। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि 42 सीटर बस में 60 यात्री सवार थे।
कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त बस गढ़वाल मोटर ऑनर्स यूनियन लिमिटेड की थी। दिवाली की छुट्टियों के बाद घर लौट रहे यात्रियों की भीड़ के कारण बस में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। ओवरलोडिंग के कारण बस का बैलेंस बिगड़ गया और वह सड़क से उतरकर खाई में जा गिरी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, SDRF और स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंच गए।
हादसे के बाद 28 लोगों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया जबकि 8 की मौत रामनगर अस्पताल में हुई। हादसे में घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनमें से 3 को ऋषिकेश एम्स एयरलिफ्ट कर लाया गया है, जबकि 5 अन्य लोगों को अलग अलग अस्पतालों में रेफरकिया गया है। इसके अलावा 6 घायलों को उनके अनुरोध पर रेफर किया गया है। दुर्घटना में घायल 10 लोगों का रामनगर के रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय में उपचार चल रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये तथा घायलों को 1-1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। रूट पर बसों की चेकिंग में लापरवाही, ओवरलोडिंग रोकने में विफल रहने पर कोटद्वार और रामनगर के एआरटीओ को सस्पेंड कर दिया गया है। कुमाऊं मंडल के आयुक्त को हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।