
मंत्री को ले डूबा पहाड़ विरोधी बयान, भारी विरोध के बाद अग्रवाल को देना पड़ा इस्तीफा
Dehradun: सदन में पहाड़ के खिलाफ दिया गया बयान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को भारीबपद गया। अग्रवाल ने आज अपने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सीएम अवास पहुंचकर मुख्यमंत्री धामी को इस्तीफा सौंपा। उन्होंने इससे पहले प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी थी। प्रेसवार्ता कर वह भावुक हो गए और फफक-फफक कर रो पड़े।
इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में अग्रवाल ने कहा कि सदन में बयान दिया था उस पर उसी दिन सदन में स्पष्टीकरण भी दे दिया था। मेरे भाव बिल्कुल गलत नहीं थे। गाली वाला शब्द भी उनके वक्तव्य से पहले का है। जो न तो पहाड़ के लिए कहा गया और न ही मैदान के लिए। वह पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। उनका जन्म उत्तराखंड में हुआ है। कुछ लोगों की ओर से सोशल मीडिया पर ऐसा माहौल बनाया गया। मैं भी आंदोलनकारी रहा हूं, लेकिन आज ये साबित करना पड़ रहा है कि हमने भी प्रदेश के लिए योगदान दिया है। लेकिन आज जिस तरह का माहौल बनाया जा रहा है उससे बहुत आहत हूं। इसलिए मुझे इस्तीफा देना पड़ रहा है। अग्रवाल ने रोते हुए कहा कि मैं प्रदेश के लिए जो योगदान हो सकता है वो करता रहूंगा। लेकिन मैं मंत्रीपद से इस्तीफा दे रहा हूं। इसके बाद अग्रवाल मुख्यमंत्री आवास गए और सीएम धामी को इस्तीफा सौंपा।
कैबिनेट फेरबदल जल्द ही
धामी कैबिनेट में दो सीटें पहले से ही खाली थी। फिर चंदन राम दास के निधन और अब प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद अब चार सीटें खाली हो गई हैं। माना जा रहा है कि कैबिनेट से दो और मंत्रियों की छंटनी हो सकती है। ऐसे में चार से पांच नए मंत्रियों को मौका मिल सकता है।