
रुद्रपुर गांव की भूमि पर पिटकुल बना रहा पावर हाउस, गौचरान भूमि बचाने के लिए ग्रामीणों का प्रदर्शन
GUPTKASHI: केदारघाटी के रुद्रपुर गांव में गौचरान भूमि पर प्रस्तावित पावर सब स्टेशन के विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने शासन, प्रशासन, ऊर्जा निगम और पिटकुल पर जनहितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए जबरन गो चरान भूमि पर अतिक्रमण का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने गो चरान भूमि पर प्रस्तावित विद्युत सब स्टेशन के विरोध को लेकर गुप्तकाशी-जाखधार मार्ग जाम किया। उन्होंने विद्युत सब स्टेशन को अन्यत्र शिफ्ट नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
बता दें कि मद्महेश्वर जल विद्युत परियोजना से उत्पादित बिजली उत्पादन को संग्रहित करने के लिए क्षेत्र में विद्युत सब स्टेशन प्रस्तावित है। ग्रामीणों की मानें तो पहले ये सब स्टेशन ब्रह्मवाड़ी में बनाया जाना था, लेकिन पिटकुल रुद्रपुर की तरफ बनाने के लिए अड़ गया। ग्रामीणों का आरोप है कि 2013 में आचार संहिता के दौरान ग्राम प्रधान के बस्ते जमा होने से ग्राम पंचायत के पास मीटिंग करने या फैसले लेने के अधिकार नहीं थे। उसी दौरान ग्राम विकास अधिकारी ने पिटकुल के अधिकारियों से सांठगांठ करके गांव की गोचरान भूमि को बिना ग्रामीणों की सहमति के, वनविभाग को हस्तांतरित कर दिया। इसके लिए ग्राम पंचायत से एनओसी तक नहीं ली गई। बाद में ये जमीन पिटकुल को दी गई। ग्रामीणों का कहना है कि बिना उनकी सहमति के यहां जबरदस्ती जमीन कब्जाई जा रही है, जिस पर सदियों से उनके पशु चुगान करते हैं।
इस मामले को लेकर ग्रामीण हाईकोर्ट गए थे। हाईकोर्ट में आज मामले की सुनवाई थी। लेकिन सुनवाई पूरी होने या किसी तरह का फैसला आने से पहले ही वहां पिटकुल की टीम जेसीबी मशीनों और भारी पुलिस बल लेकर सीमांकन के लिए पहुंच गई। ग्रामीणों का आरोप है कि मामला कोर्ट मे होने के बावजूद पिटकुल निजी ठेकेदारों के जरिए जमीन कब्जाना चाहता है। इसके विरोध में आज सैकड़ों ग्रामीण विरोध करने पहुंचे और अपनी गिरफ्तारियां दी। बाद में ग्रामीणों ने गुप्तकाशी-जाखधार मार्ग जाम लगाया और चेतावनी दी कि गांव की गोचर जमीन जबरदस्ती नहीं हड़पने देंगे। ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से शासन, प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी है।