उत्तराखंड के 11 हजार से ज्यादा गांवों में जाएंगे कृषि वैज्ञानिक, किसानों को देंगे खेती-बागवानी की जानकारी

HARIDWAR: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में विकसित कृषि संकल्प अभियान  की शुरुआत करते हुए कहा कि, अभियान के दौरान कृषि वैज्ञानिक और अधिकारी राज्य के 95 विकासखंडों, 670 न्याय पंचायतों और 11440 गाँवों में किसानों से संवाद करेंगे। गुरुवार को गुनियाल गांव से इस अभियान की शुरुआत करते हुए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी […]

894 करोड़ की कीवी पॉलिसी के साथ ड्रैगन फ्रूट पॉलिसी, मिलेट पॉलिसी की शुरुआत, सीएम धामी ने कहा फूलों व शहद के लिए भी नीति लाएंगे

DEHRADUN:  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को सचिवालय में आधुनिक तकनीक पर आधारित E-Rupee प्रणाली का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने राज्य की कृषि व्यवस्था को नई दिशा देने के लिए चार महत्वाकांक्षी कृषि नीतियों कीवी नीति, ड्रैगन फ्रूट, सेब तुड़ाई उपरांत तुड़ाई योजना और मिलट मिशन का शुभारंभ करते हुए कहा कि […]

खेती, बागवानी में आर्थिकी बढ़ाने के लिए इनोवेशन लाएं अधिकारी: मुख्यमंत्री धामी

DEHRADUN: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को कृषि, उद्यान और सहकारिता विभाग की गेम चेंजर योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य में कृषकों की आय बढ़ाने के लिए ज्ञान-विज्ञान के साथ परंपरागत खेती को बढ़ावा दिया जाए। जिन क्षेत्रों में किसान अच्छा कार्य कर रहे हैं, उन्हें उसी […]

प्रेरणा: रिवर्स माइग्रेशन करके शहर से गांव लौटा पहाड़ का युवा रवि केमवाल,  पुश्तैनी जमीन पर खड़ा किया स्वरोजगार का मॉडल

TEHRI: टिहरी जिले का बागी मठियाण गांव। करीब दर्जनभर परिवार यहां रहते हैं। गांव से तकरीबन 5 किलोमीटर दूर एक निर्जन सा क्षेत्र है, जहां न मोबाइल टावर आता है, न सड़क है। लेकिन एक युवा के जुनून से अब ये निर्जन जगह आबाद है। यहां उम्मीद की खेती लहलहा रही है। बागी गांव के […]

लॉकडाउन में माटी की सेवा का जज्बा दिखाया, बंजर जमीन को किया आबाद, लेकिन आज लाखों के उत्पादों को खरीददार नहीं मिल रहा

ALMORA:  पहाड़ के युवा स्वरोजगार करें भी तो कैसे, हर पल मनोबल तोड़ने वाली बातें उनके सामने मुंह फैलाए खड़ी रहती हैं। पहाड़ क युवा लॉकडाउन में घर लौटा, तो सोचा नौकरी छोड़कर अपनी माटी की सेवा करूं। लाखों रुपए बागवानी पर खर्च किए, पैदावार भी खूब हुई लेकिन बदकिस्मती देखिए,  (Pahari Youth disappointed as […]

अधूरे रह गए हैं पहाड़ी राज्य के सपने, न खेती संवरी न संतुलित विकास हुआ, पढ़िए राजेंद्र कुकसाल का विश्लेषण

उत्तराखंड राज्य की स्थापना पहाड़ी जनपदों के आर्थिक एवं सामाजिक पिछड़ेपन को देखते हुए की गई थी। आर्थिक सर्वेक्षण किसी राष्ट्र व राज्य की आर्थिक स्थिति को दर्शाता है।  राष्ट्र, राज्य व जनपद का आर्थिक विकास उस क्षेत्र विशेष की प्रति व्यक्ति आय एवं विकास दर से आंकी जाती है। यह दस्तावेज सरकार का सबसे […]