अंकिता भंडारी केस में बड़ा अपडेट, जन दबाव के बाद केस से खुद ही पीछे हटे लोक अभियोजक जितेंद्र रावत
PAURI: अंकिता भंडारी केस में एक बडा अपडेट आया है। इस केस के विशेष लोक अभियोजक जितेंद्र रावत को केस से हटाने के लिए अंकिता के माता पिता कई दिनों से धरना दे रहे हैं। अब जितेंद्र रावत ने खुद ही केस से हटने का पत्र जिलाधिकारी आशीष चौहान को सौंपा है।
आपको बता दें कि अंकिता भंडारी क माता पिता ने जितेंद्र रावत पर केस को कमजोर करने के आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि जितेंद्र रावत अंकिता हत्याकांड से संबंधित आपत्तिजनक वीडियो अपने परिवार के यू-ट्यूब चैनल पर प्रसारित कर रहे हैं। कोर्ट में सुनवाई के दौरान गवाहों के बयानों को भी मूल रुप में नहीं रख रहे हैं। इस तरह वह केस को कमजोरकरके आऱोपियों को फायदा पहुंचा रहे हैं। अंकिता के माता पिता ने फौरन वकील को हटाने की मांग की थी। मैंग न माने जाने पर अंकिता के माता पिता पौडी कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठे थे।
सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों में भी वकील को हटाने के लिए लोगों ने समर्थन दिया था। कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने भी अंकिता के घर का दौरा किया था और उनकी बात से सहमति जताई थी। सोशल मीडिया पर भी केस से वकील को हटाने के लिए जन दबाव बन रहा था।
पौड़ी डीएम आशीष चौहान ने इस बाबत मुख्यमंत्री को भी अंकिता के माता पिता की शिकायत फॉरवर्ड की थी। हालांकि अब खबर ये आ रही है कि जन दबाव के चलते जितेंद्र रावत ने खुद केस से हट गए हैं। डीएम पौड़ी को पत्र भेजकर जितेंद्र रावत ने इसकी पुष्टि की है।
अंकिता भंडारी हत्याकांड का मुकदमा कोटद्वार की निचली अदालत में चल रहा है। मामले की अगली सुनवाई 17 जुलाई को होनी है, लेकिन पब्लिक प्रोसीक्यूटर के हट जाने के कारण फिलहाल सुनवाई होना संभव नहीं लग रहा।