VPDO भर्ती घोटाले के तार लखनऊ तक जुड़े, STF ने सातवें आरोपी को किया गिरफ्तार
Dehradun: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आय़ोजित वीपीडीओ भर्ती में हुए भ्रष्टाचार के तार लखनऊ तक जुड़े हैं। इस मामले में एसटीएफ मुकदमा दर्ज कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। (One more printing press worker arrested in connection with VODO exam scam) आरोपियों से पूछताछ के आधार पर लखनऊ स्थित प्रिंटिंग प्रेस से भी एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। परीक्षा के पेपर इसी प्रिंटिंग प्रेस में छपे थे।
उत्तराखंड में एसएससी द्वारा 2021 में स्नातक स्तरीय परीक्षाऐं संचालित कराई गई थी। परीक्षा में राज्य के करीब 1.60 लाख युवाओं द्वारा भाग लिया गया था। परीक्षा परिणाम के बाद कई छात्र संगठनों द्वारा उक्त परीक्षा के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका जताई थी, जिसके बाद सीएम ने एसटीएफ को जांच सौंपी थी। एसटीएफ ने जांच करते हुए 22 जुलाई को रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया था और 24 जुलाई को 6 अभियुक्तों को इस मामले में गिरफ्तार किया था। इसमें से एक आयोग का ही कर्मचारी था।
आरोपियों से पूछताछ में एसटीएफ के शक की सुई पेपर प्रिंट करने वाली प्रिटिंग प्रेस की तरफ घूमी, जो लखनऊ में स्थित है। गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों में से एक, मनोज जोशी उस प्रेस में भी काम कर चुका है। चूंकि, मनोज जोशी और जयजीत मुख्य आरोपी हैं, इसलिए एसटीएफ ने लखनऊ में जाल बिछाया। इस मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए लखनऊ से अभिषेक वर्मा नाम के शख्स तो गिरफ्तार किया है। अभिषेक परीक्षा के पेपर छापने वाली आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड प्रेस में काम करता था। बताया जा रहा है कि एसटीएफ को यहां से छापेमारी में कई अहम सुराग भी मिले हैं।
दो आरोपियों की रिमांड मिली
इस मामले मे एसटीएफ ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर उनकी रिमांड मांगी थी। कोर्ट ने आउटसोर्स कंपनी के प्रोग्रामर और एक अन्य आरोपी की रिमांड मंजूर की है। बताया जा रहा है कि इनसे जल्द ही कुछ बड़े खुलासे हो सकते हैं।