हाकम सिंह को BJP ने किया पार्टी से बाहर, STF की पूछताछ में हाकम ने उगले कई राज
Dehradun: VPDO भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किए गए जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह ने पूछ ताछ में कई राज उगले हैं। hakam singh reveals interrogation, bjp expelled him) गिरफ्तारी के बाद अपनी ही पार्टी की सरकार को ऐंठ दिखाने वाले हाकम को बीजेपी ने 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। एसटीएफ को हाकम से पूछताछ में कई अहम सुराग मिल सकते हैं।
STF ने शनिवार सुबह मोरी में तैनात शिक्षक तनुज शर्मा को अरेस्ट
किया था। तनुज शर्मा से की गई पूछताछ एवं विवेचना के दौरान मिले अहम साक्ष्यों के आधार पर प्रश्न पत्र लीक कराने में मुख्य भूमिका हाकम सिंह रावत पुत्र केदार सिंह रावत जिला पंचायत सदस्य जखोल की भूमिका प्रकाश में आई थी। विवेचना के दौरान हाकम सिंह रावत की तलाश में एसटीएफ टीम रवाना हुई थी इसी दौरान सूचना प्राप्त हुई थी कि हाकम सिंह रावत अपनी एक इनोवा से त्यूणी के रास्ते हिमाचल फरार हो रहा है इसकी सूचना तुरंत बॉर्डर पर नाकेबंदी करवाई गई एवं स्थानीय पुलिस के माध्यम से त्यूणी आराकोट मार्ग पर रुकवा दिया गया जिसे एसटीएफ टीम द्वारा अपने साथ पूछताछ के लिए देहरादून एसटीएफ कार्यालय लाया गया।
पूछताछ में हाकम सिंह हाकम ने बताया गया कि वह वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य जखोल एवं इससे पूर्व वर्ष 2008 से वर्ष 2013 तक ग्राम प्रधान लिवाड़ी रहा है। 2021 का स्नातक स्तरीय प्रश्नपत्र को लीक करवाने में इसकी अहम भूमिका थी।
हाकम सिंह ने पूछताछ में उत्तर प्रदेश के रहने वाले कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी दी है एवं उत्तर प्रदेश के धामपुर शहर में ही उसने अपने कई कैंडिडेट को ले जाकर यह प्रश्न पत्र याद करवाया था। गिरफ्तार अभियुक्त तनुज शर्मा के घर पर भी करीब 20 से 22 लड़कों को यह प्रश्न पत्र परीक्षा से एक रात पहले भी याद करवाया गया था
हाकम सिंह रावत दि.4 दिसंबर 2021 को कुछ छात्रों को दो वाहनों में लेकर धामपुर गया था जिसमे गिरफ्तार अभियुक्त तनुज शर्मा भी था। हाकम सिंह रावत की गहन पूछताछ में कुछ अन्य के नाम प्रकाश में आए हैं जिनकी तलाश के लिए टीमें रवाना कर दी गई है
*BJP से हाकम आउट*
उत्तरकाशी के जिला पंचायत सदस्य और अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले मे आरोपी हाकम सिंह को को भाजपा ने निष्कासित कर दिया है।
पार्टी के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर उन्हे 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है।