चारधाम यात्रा मार्ग पर 50 हेल्थ एटीएम की शुरुआत, उत्तरकाशी में कार्डिएक यूनिट शुरू

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UTTARKASHI/RUDRAPRAYAG:  चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए सरकार ने इस बार व्यवस्थाएं चाक चौबंद की हैं। यात्रा मार्गों पर हेवलेट पैकर्ड एंटरप्राइज (HPE) ने C.S.R के तहत 50 हेल्थ एटीएम स्थापित कर दिए हैं जिनका वर्चुअल लोकार्पण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया है। इसके अलावा यमुनोत्री और गंगोत्री जानेवाले तीर्थयात्रियों को हृदय से संबंधित समस्याएं न आएं इसके लिए उत्तरकाशी में कार्डिएक यूनिट भी शुरू की गई है। आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को एयर एम्बुलेंस एयरलिफ्ट करने की भी योजना है। बता दें कि पिछले साल यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य कारणों से सई श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी।

इस बार सरकार यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरस्त करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसी के तहत स्वास्थ्य विभाग और HPE के बीच 50 हेल्थ एटीएम लगाने का करार हुआ था, जिन्हें आज से शुरू कर दिया गया है। शुरुआत होते ही इन एटीएम पर 1700 से अधिक लोग स्वास्थ्य परीक्षण करवा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने HPE के साथ कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर भी 25 हेल्थ एटीएम स्थापित करने के लिए MoU किया है।

उधर स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल उत्तरकाशी में कार्डिएक यूनिट शुरू कर दी गई है, जहां पर एक कार्डियोलॉजिस्ट सहित अन्य स्टॉफ हर समय तैनात रहेगा। इसकी प्रकार जानकीचट्टी मेडिकल रिलीव प्वाइंट पर एक प्रशिक्षत फिजीशियन व अन्य स्टॉफ तैनात किया गया है, जबकि गंगोत्री, यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर कुल 20 हेल्थ फैसिलिटी सेंटर बनाये गये हैं जहां पर डॉक्टर, फार्मासिस्ट सहित पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती की गई है। जनपद मुख्यालय में कार्डिएक एंबुलेंस भी हर समय तैनात रहेगी।

चारधाम यात्रा पर स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में स्वास्थ्यमंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि विगत दिनों यमुनोत्री में हृदय गति रूकने से दो तीर्थ यात्रियों की मृत्यु हो गई थी, जिसको देखते हुये उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग व चमोली के जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तीर्थयात्रियों को तत्काल एयर लिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश तथा राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून व श्रीनगर पहुंचाया जाय, ताकि समय रहते यात्रियों को गंभीर हालत में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बेहतर उपचार दिया जा सके। उन्होंने बताया कि चार धाम यात्रा मार्गों पर 48 स्थाई चिकित्सा इकाई तथा 23 अस्थाई चिकित्सा इकाई स्थापित की गई है, जहां पर 29 विशेषज्ञ चिकित्सक एवं 182 चिकित्साधिकारी तैनात किये गये हैं। 95 पीओसीटी डिवासेज उपलब्ध कराई गई हैं जोकि ईसीजी के साथ ही आक्सीजन लेवल की भी जांच कर सकेंगे। इसके अलावा 272 पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती की गई है जिनमें 182 स्टाफ नर्स व 90 फार्मासिस्ट शामिल है। चार धाम यात्रा में 96 विभागीय एम्बुलेंस व 77 आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस सहित 200 एम्बुलेंस की तैनाती की गई है।

डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 14 मेडिकल रिलीव प्वाइंट बनाये गये हैं, जहां पर प्रशिक्षित चिकित्सक के साथ ही फार्मासिस्ट व अन्य पैरामेडिकल स्टॉफ की तैनाती की गई है। बदरीनाथ धाम सहित पूरे मार्ग पर भी स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है। यहां आने वाले यात्रियों के लिये आपात स्थिति में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज को बेस कैम्प मानते हुये चिकित्सकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं।

 

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