केदारनाथ उपचुनाव के लिए प्रचार का शोर थमा, 20 नवंबर को 90 हजार वोटर तय करेंगे 6 प्रत्याशियों का फैसला
RUDRAPRAYAG: केदारनाथ उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार थम गया है। सभी प्रत्याशियों ने प्रचार के आखिरी दिन अपनी पूरी ताकत झोंक दी और अपनी जीत के दावे किए। अब प्रत्याशियों के किसी भी तरह की रैलियां, जनसभा और शक्ति प्रदर्शन पर रोक लग चुकी है। प्रत्याशी सिर्फ डोर टू डोर प्रचार कर जनता से वोट की अपील कर सकते हैं। भाजपा के पक्ष में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनसभाएं की जबकि कांग्रेस के लिए हरीश रावत, गणेश गोदियाल समेत तमाम नेताओं ने ताकत झोंकी। यूकेडी के आशुतोष भंडारी और निर्दलीय त्रिभुवन चौहान ने भी प्रचार के आखिरी दिन गांव गांव जाकर वोटरों को लुभाया।
भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को जिताने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पूरी ताकत झोंकी है। प्रचार के आखिरी दिन सीएम धामी ने गुप्तकाशी में बाइक रैली निकाली और उसके बाद जनसभा को संबोधित किया। सीएम धामी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में केदारनाथ विधानसभा में जो विकास कार्य हुए हैं, उन्होंने क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर बदल दी है। मुझे विश्वास है कि केदारघाटी की देवतुल्य जनता भाजपा के कार्यों और विकास की नीतियों पर मुहर लगाते हुए इस उपचुनाव में एक बार फिर कमल खिलाएगी।
कांग्रेस ने भी प्रचार के आखिरी दिन सारी ताकत दिखाई। कांग्रेस के बडे नेता एकजुट दिखे। हरीश रावत और गणेश गोदियाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि शराब बांटकर भाजपा चुनाव आचार संहिता का खुलकर उल्लंघन कर रही है। इसके अलावा गणेश गोदियाल ने मनोज रावत के पक्ष में बड़ासू, सिरसी, त्रिजुगीनारायण व सोनप्रयाग आदि क्षेत्रों में जनसम्पर्क कर वोट मांगे।
उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी आशुतोष भंडारी ने गांव गांव जाकर वोटरों से संपर्क किया और अपने पक्ष में मतदान की अपील की।यूकेडी चोपता में पकड़ी गई शराब को मुद्दा बनाकर आरोप लगा रही है कि राष्ट्रीय दल शराब के जरिए चुनाव को प्रभावित करने के पुराने हथकंडे अपना रहे हैं, इसलिए जनता यूकेडी को ही चुनेगी।
उधर निर्दलीय त्रिभुवन चौहान ने भी चुनाव में जान फूंक दी है। बॉबी पंवार की रैलियों में उमड़ी भीड़ ने त्रिभुवन चौहान के चुनाव प्रचार को धार दी है। प्रचार के आखिरी दिन त्रिभुवन चौहान ने गुप्तकाशी में प्रचार किया।
बता दें कि 20 नवंबर को होने वाले केदारनाथ उपचुनाव के लिए 6 प्रत्याशी मैदान में हैं। कुल 90 हजार 875 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इसमें 44 हजार 919 पुरुष और 45,956 महिलाएं मतदाता शामिल हैं. जबकि 1092 दिव्यांग और 641 मतदाता 85 साल से अधिक उम्र के हैं, वहीं फर्स्ट टाइम वोटर की संख्या 2 हजार 441 है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने केदारनाथ उपचुनाव के लिए 173 पोलिंग बूथ बनाए हैं, इसमें यूथ मैनेज्ड पोलिंग बूथ, वूमेन पोलिंग बूथ, पीडब्ल्यूडी मैनेज्ड पोलिंग बूथ और यूनिक पोलिंग बूथ यानी चार बूथों को स्पेशल तैयार किया गया है। जबकि निर्वाचन आयोग ने विधानसभा क्षेत्र में 10 संवेदनशील बूथ को चिन्हित किया है। उपचुनाव के मद्देनजर केदारनाथ विधानसभा को 2 जोनल मजिस्ट्रेट और 27 सेक्टर मजिस्ट्रेट क्षेत्र में बांटा गया है।