सीएम धामी ने की कांवड यात्रा की तैयारियों की समीक्षा, पहली बार चलेगी वाटर एंबुलेंस, 5.5 करोड़ कांवड़ियों के आने की संभावना

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HARIDWAR:  उत्तराखंड में 22 जुलाई से होने वाली कांवड़ यात्रा की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ मेले की तैयारी को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा की। मीटिंग में कांवड़ ट्रैक,  पेयजल , सीवर और लाइट की व्यवस्था दुरुस्त करने के आदेश संबंधित अधिकारियों को दिए गए। सीएम धामी ने बताया कि इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान वाटर एंबुलेंस भी चलाई जाएगी, जो कांवड़ यात्रा के दौरान लगने वाले जाम के समय बहुत उपयोगी सिद्ध होगी। इस बार 5.5 करोड़ कांवड़ियों के आने की संभावना जताई गई है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि कांवड़ मेला बहुत बड़ा मेला है, इसमें पूरे भारत के लोग आते हैं। इस बार पिछले साल के 4 करोड़ कांवड़ियों के आने का रिकॉर्ड टूट सकता है, ऐसे में हम उनका उत्साह के साथ स्वागत करें। पिछले वर्षों के जो हमारे अनुभव हैं, उन अनुभवों का लाभ लेते हुए इस बार के मेले में और अच्छी व्यवस्थाएं करनी हैं, ताकि किसी भी शिव भक्त को कोई परेशानी ना हो। तैयारियों के लिए इस बार मेले का बजट बढ़ाया गया है।

सीएम धामी ने परिवहन विभाग को पार्किंग और नगर निगम को सफाई, शौचालय और पेयजल की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग को हर जगह तैनात और रुट डायवर्ट के संबंध में चार्ट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। अत्यधिक भीड़-भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन एवं सीसीटीवी कैमरों से भी नियमित निगरानी रखे जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए। बाईपास और वैकल्पिक मार्गों की जानकारी साइन बोर्ड के माध्यम से कावड़ियों को दी जाए। उन्होंने कांवड़ को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए निरन्तर पड़ोसी राज्यों से भी समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए। यात्रा मार्ग एवं हरिद्वार क्षेत्र में स्थित होटलों ढाबों में भोजन की गुणवत्ता हेतु गुणवत्ता चेकिंग अभियान नियमित चलाया जाए, होटलों और ढाबों में रेट लिस्ट लगाये जाए। कावड़ यात्रा के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान दिया जाए, सफाई का कार्य 24 घंटे संचालित रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों को आवाजाही में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े, सड़कों पर यातायात प्रभावित न हो, यातायात प्रबंधन के लिये बेहतर रूट प्लान बनाया जाए। उन्होंने हरिद्वार क्षेत्र में पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। अन्य राज्यों से परस्पर समन्वय बनाकर कॉमन डायवर्जन प्लान बनाने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा वाटर एंबुलेंस की व्यवस्था भी कावड़ यात्रा के दौरान की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कावड़ यात्रा में भी विशेष वेरिफिकेशन ड्राइव चलाए जाए। ताकि पहचान छुपा कर आने वाले लोगों पर सख्ती से कार्यवाही अमल में लाई जा सके। विभिन्न कार्यों के सुपरविजन हेतु विशेष मजिस्ट्रेट की नियुक्तियां भी की जाए।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि कावड़ मेला अवधि 22 जुलाई से 2 अगस्त तक है। इस वर्ष 5.5 करोड़ कावड़ियों के हरिद्वार आने की संभावना है। कांवड यात्रा के सुचारू संचालन हेतु कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जो 24 घण्टे संचालित होगा। यात्रा के सुचारू संचालन हेतु 14 सुपर जोन, 36 जोन एवं 130 सेक्टर बनाये गये हैं। मेले के लिए 5 नोडल अधिकारियों को नामित किए गए हैं।

 

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