केदारनाथ मार्ग पर घोड़ा खच्चर संचालकों की दबंगई, श्रद्धालुओं को लाठियों से पीटा, 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
SONPRAYAG: केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों के साथ घोड़ खच्चर संतालकों की बदसलूकी का मामला सामने आया है। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि घोड़ा खच्चर संचालक एक महिला और उसके सहयात्री को लाठी डंडों से हमला कर रहे हैं। महिला यात्री की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्द किया गया है। चारों युवा रुद्रप्रयाग जिले के ही रहने वाले हैं।
पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग के मुताबिक दिल्ली निवासी महिला तनुका पौंडार 10 जून को गौरीकुंड से पैदल मार्ग से केदारनाथ यात्रा पर जा रही थी। रास्ते में भीमबली पुल के पास एक घोड़ा बुरी हालत में गिरा हुआ था। जिसकी वजह से वे वहां पर रुके और आस-पास के लोगों से मदद मांगी, परन्तु किसी के द्वारा कोई मदद नहीं की गयी। इसी दौरान एक व्यक्ति वहां पर अन्य जीवों को बुरी तरह मार रहा था, इनके द्वारा उसे केवल यही कहा गया कि ऐसा क्यों कर रहे हो। ऐसा बोलते ही 4-5 घोड़ा संचालक वहां आए और उनके साथ मार-पीट और बदतमीजी करने लगे, बीच बचाव करने आये अन्य सहयोगियों के साथ भी मारपीट की गयी और साथ ही उनके द्वारा उत्तराखंड छोड़ने की धमकी दी गई। इस मामले में तनुका पौंडार ने 12 जून को सोनप्रयाग कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग पर आईपीसी की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रचलित की गयी। दौराने विवेचना मारपीट की घटना में शामिल 5 अभियुक्तों का चिन्हीकरण कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी गयी है।
- अंकित सिंह पुत्र स्व0 श्री प्रकाश सिंह, निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
- सन्तोष कुमार पुत्र श्री रघुवीर लाल, निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
- रोहित कुमार पुत्र श्री रोशन लाल निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
- गौतम पुत्र आनन्द लाल निवासी ग्राम जाखन भरदार, थाना व जिला रुद्रप्रयाग।
इनके अतिरिक्त एक नाबालिग बालक भी इनमें शामिल है, जिसके सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही अलग से की गयी है।
पुलिस द्वारा इनके घोड़े संचालन हेतु जारी किये गये लाइसेन्स निरस्तीकरण विषयक अनुरोध भी सम्बन्धित विभाग से किया गया है।