सिलक्यारा टनल रेस्क्यू:41 श्रमिकों को बचाने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू, मैनुअल ड्रिलिंग भी की जाएगी
UTTARKASHI: उत्तरकाशी टनल की आज की सबसे बड़ी अपडेट ये है कि 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए अब वर्टिकल ड्रिलिंग के विकल्प पर तेजी से काम हो रहा है। रविवार दोपहर को वर्टिकल ड्रिलिंग का का शुरू हो चुका है. अब तक 8 मीटर ड्रिलिंग की जा चुकी है। उधर टनल के भीतर पाइप में फंसे ऑगर मशीनों के टुकड़ों को निकालने के लिए प्लाज्मा कटर मंगाए गए हैं। उस पर भी तेजी से काम हो रहा है। आरवीएनएल को परपेंडिकुलर हॉरिजंटल मिनी टनल बनाने का काम सौंपा गया है जिस पर हलचल तेज हो गई है।
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में 41 मजदूरों को फंसे हुए 15 दिन हो चुके हैं। ऑगर मशीन फेल हो जाने के बाद रेस्क्यू मिशन की उफम्मीदों को बडा झटका लग है। ऑगर मशीन के पार्ट्स टनल के भीतर पाइप में फंस गए हैं जिन्हें निकालने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। इसके लिए प्लाज्मा कटर भी मंगाए गए हैं। प्लाज्मा कटर पहुंचने के बाद तेजी से काम हुआ। माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने बताया कि प्लाज्मा मशीन से हम अभी भी बरमा काट रहे हैं। इसे काटने के लिए बरमा से लगभग 16 मीटर अधिक है। यह प्लाज्मा मशीन फायदेमंद है क्योंकि यह स्टील को तेजी से काट देगा। पार्ट्स हटाने का काम कल सुबह तक पूरा हो सकता
टूटे हुए पार्ट्स हटाने के बाद मैनुअल तरीके से ड्रिलिंग की जाएगी। उत्तराखंड सरकार के नोडल अफसर डॉ नीरज खैरवाल ने बताया कि सुरंग के भीतर बचे हुए हिस्से में पाइप बिछाने का काम जारी रहेगा। लेकिन इसके लिए मैनुअल ड्रिलिंग की जाएगी। है। मैनुअल ड्रिलिंग के लिए लेजर कटर भी चंडीगढ़ से लाया गया है।
वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू
टनल के ऊपर 1.2 मीटर का रेस्क्यू छेद बनाने के लिए वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू कर दी गई है। अभी तक 15 मीटर के करीब वर्टिकल ड्रिलंग हो चुकी है। हालांकि एक मशीन की अधिकतम क्षमता 45 मीटर ड्रिल करने की ही, इस लिहाज से 85 मीटर का पैसेज बनाने के लिए दूसरी मशीन की मदद लेनी पड़ेगी। इस प्रोसेस में दो से तीन दिन का समय लग सकता है।
नाश्ते में मजदूरों के लिए भेजा गया दलिया और दूध
आज नाश्ते में सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों को दलिया और दूध दिया गया। जबकि दिन के खाने में आलू, सोयाबीन व बींस की सब्जी, रोटी, मूंग की दाल व चावल भेजा गया है।
टनल में फंसे पुष्कर के परिजनों से मिले सीएम पुष्कर
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिक पुष्कर सिंह ऐरी के टनकपुर, चंपावत स्थित आवास पहुंचकर उनके परिजनों से भेंट की एवं उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान उन्हें श्रमिकों को बाहर निकालने हेतु केंद्रीय एजेंसियों एवं प्रदेश प्रशासन द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों की जानकारी दी। सीएम ने कहा कि हम सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने हेतु पूरी ताकत के साथ कार्य कर रहे हैं।