टनल हादसा में 30 घंटे बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, CM धामी ने घटनास्थल का लिया जायजा, मजदूरों से हुआ संपर्क
UTTARKASHI: उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में भूस्खलन के बाद फंसे 40 मजदूरों की जिंदगी बचाने के लिए 30 घंटे बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है। राहत की बात ये है कि आज सुबह मजदूरों से वॉकी टॉकी के जरिए संपर्क साधा गया और फिर पाइप के जरिए ऑक्सीजन और जरूरी रसद पहुंचाई गई। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भी आज घटनास्थल का दौरा किया।
मुख्यमंत्री धामी उत्तरकाशी के सिलक्यारा के पास सुरंग से हुए भू धंसाव की घटना का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे। सीएम धामी ने अब तक किए गए रेस्क्यू कार्यों का जायजा लिया और रेस्क्यू टीमों से आगे की प्लानिंग के बारे में जानकारी ली। सीएम धामी ने कहा कि राहत और बचाव कार्य के लिए संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। सीएम का कहना है कि हर हाल में सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकाला जाए। सीएम धामी ने कहा कि मलबे में दबे मजदूरों को निकालना हमारी पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता है। सभी रेस्क्यू टीमों में अच्छा सामंजस्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सीएम से घटना की अपडेट ले रहे हैं।
उधर राहत की बात ये है कि सिलक्यारा कंट्रोल रूम में वॉकी-टॉकी के थ्रू टनल में फंसे लोगों से संपर्क किया गया। बातचीत के आधार पर सभी लोग सकुशल पाए गए हैं।, फंसे हुए लोगों ने खाने की मांग की। बचाव एजेंसियों ने पाइप क जरिए ऑक्सीजन और खाने पीने का जरूरी सामान मजदूरों तक पहुंचाया। बताया जा रहा है कि सिल्क्यारा के छोर से टनल के भीतर 60 मीटर दूरी पर मजदूर फंसे हुए हैं।
टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए मलवा हटाने का कार्य निरंतर जारी है, मलबा हटाने के लिए हैवी एक्सकैवेटर मशीनों को जुटाया गया है। टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क होने की सूचना है। फिलहाल सभी मजदूर सुरक्षित बताए जा रहे हैं । टनल में पानी की आपूर्ति के लिए बिछी पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। इसी पाइपलाइन के जरिए रात में चना-चबैना के पैकेट कंप्रेसर के जरिए दबाव बनाकर टनल में फंसे मजदूरों तक भेजे गए हैं।
बता दें कि रविवार सुबह ऑल वेदर रोड की टनल में सिलक्यारा के पास भूस्खलन के बाद 40 मजदूर फंस गए थे। मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान चल रहा है।