उपचुनाव: काजी निजामुद्दीन, करतार सिंह भड़ाना, राजेंद्र भंडारी ने किया नामांकन, गोपेश्वर में सीएम धामी की जनसभा
GOPESHWAR/HARIDWAR : उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों, बदरीनाथ औऱ मंगलौर में उपचुनाव के लिए गतिविधियां तेज हो गई हैं। गुरुवार को मंगलौर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी काजी मुजामुद्दीन और भाजपा प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना ने नामांकन पत्र दाखिल किया। बदरीनाथ विधानसभा से भी भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र सिंह भंडारी ने पर्चा दाखिल किया।
भंडारी की साख बचेगी?
बदरीनाथ सीट पर नामांकन के बाद गोपेश्वर में राजेंद्र भंडारी के पक्ष में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने डबल इंजन सरकार के काम गिनाते हुए कहा कि श्री बदरीनाथ धाम को ₹400 करोड़ से अधिक की लागत से मास्टर प्लान के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं। साथ ही बदरीनाथ धाम को स्मार्ट स्पिरिचुअल हिल टाउन के रूप में विकसित किया जा रहा है।
धामी ने कहा कि कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भी हमारी सरकार ने चारधाम ऑलवेदर रोड सहित अन्य मार्गों के सुधारीकरण हेतु अभूतपूर्व कार्य किए हैं। धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ एडवेंचर और स्पोर्ट्स पर्यटन के क्षेत्र में भी हमारी सरकार अनेक कार्य कर रही है। बदरीनाथ से राजेंद्र भंडारी ही विधायक थे, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने अचानक पाला बदल लिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। भंडारी के इस्तीफा देने से ये सीट खाली हुई थी। यहां पर कांग्रेस के लखपत सिंह बुटोला उन्हें टक्कर देते दिखेंगे। लखपत पुराने कांग्रेसी रहे हैं। लेकिन भाजपा की लहर में वो कितना असर दिखा पाते हैं ये 10 जुलाई को पता चल जाएगा। हालांकि भंडारी के पाला बदलने से कांग्रेस में उनके समर्थक तो नराज हैं ही, भंडारी को लेने से भाजपा के कई स्थानीय नेता भी नाराज हैं।
मंगलौर में इंपोर्टेड प्रत्याशी के सहारे भाजपा
उधर भाजपा के लिए मंगलौर सीट पर जीत दर्ज कर पाना आसान नहीं हैं। राज्य बनने के बाद हुए चुनावों में यहां से भाजपा दूसरे नंबर पर भी नहीं रह सकी है। आलम ये है कि भाजपा को करतार सिंह भड़ाना के रूप में प्रत्याशी को इंपोर्ट करना पड़ा है। करतार भ़ड़ाना राष्ट्रीय लोकदल और भाजपा में रहे हैं। जाट वोटरों के बीच उनकी अच्छी पकड़ा है। वे हरियाणा के विधायक, मंत्री औऱ उत्तर प्रदेश मे खतौली से विधायक भी रह चुके हैं। लेकिन मंगलौर के वोटरों के बीच वो कितनी पकड़ बना पाते हैंये देखना दिलचस्प होगा। भड़ाना के नामांकन में मुख्यमंज्ञी पुश्कर सिंह धामी और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत भी शामिल रहे। नामांकन से पहले जोरदार रोड शो निकाला गया, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और हरिद्वार से पार्टी के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत शामिल रहे।
काजी मारेंगे मंगलौर का मैदान?
मंगलौर विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन ने भी नामांकन दाखिल किया। नामांकन करने पहुंचे काजी ने कहा कि उपचुनाव में उनकी जीत पक्की है। भाजपा को मंगलौर विधानसभा, जिले और पूरे राज्य में एक भी ऐसा कार्यकर्ता नहीं मिला, जिसको वह मंगलौर विधानसभा से चुनाव में उतार पाती।
बता दें कि मंगलौर सीट विधायक रहे सरवत करीम अंसारी के निधन से खाली हुई है। 2022 के चुनाव में काजी यहां मात्र 598 वोटों से चुनाव हार गए थे। काजी के लिए अच्छी बात ये है कि धड़ों में बंटे कांग्रेसी दिग्गज उपचुनाव में एक साथ नजर आ रहे हैं। नमांकन से पहल कार्यक्रम में काजी के लिए हरीश रावत, प्रीतम सिंह और यशपाल आर्य एक साथ एक मंच पर नजर आए।