सबसे बड़े साइबर हमले से उत्तराखंड में खलबली, 3 घंटे बंद रही सीएम हेल्पलाइन समेत कई सरकारी वेबसाइट
DEHRADUN: उत्तराखंड में अचानक हुए साइबर अटैक से राज्य का आईटी सिस्टम पूरी तरह लड़खड़ा गया। सीएम हेल्पलाइन और अन्य विभागों सहित 186 से अधिक प्रमुख वेबसाइटों का कामकाज करीब 3 घंटे तक ठप रहा। इससे कई सरकारी सेवाएं पूरी तरह से बंद हो गईं, जिनमें सीएम हेल्पलाइन, भूमि रजिस्ट्री, और ई-ऑफिस जैसे महत्वपूर्ण प्लेटफार्म शामिल हैं।
साइबर हमला इतना खतरनाक था कि राज्य के सबसे अहम स्टेट डाटा सेंटर और सिक्योर इंटरनेट सर्विस UKSWSAN भी इसकी चपेट में आ गए। एक के बाद एक सरकारी वेबसाइटें बंद होती चली गईं, जनता की शिकायतें दर्ज करने के लिए बनाई गई सीएम हेल्पलाइन और नागरिक सुविधाओं वाले पोर्टल अपुणि सरकार को भी दिनभर ठप रहना पड़ा।. इस साइबर हमले के चलते प्रदेश में 90 से ज्यादा वेबसाइटें पूरी तरह से बंद हो गईं, जिससे सरकारी और सार्वजनिक सेवाओं की ऑनलाइन पहुंच बाधित हो गई। सरकारी दफ्तरों में प्रशासनिक कार्यों को डिजिटल रूप में संचालित करने के लिए लागू किया गया ई-ऑफिस प्लेटफार्म भी बंद हो गया। सचिवालय में सभी फाइलें लंबित हो गईं।
साइबर हमले की जानकारी मिलते ही सचिव आईटी नितेश झा और आईटीडीए निदेशक नितिका खंडेलवाल अपनी टीम के साथ तुरंत सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) पहुंच गए। विशेषज्ञों की टीम दिनभर वायरस से छुटकारा पाने और सेवाओं को पुनः चालू करने में जुटी रही, लेकिन प्रयास असफल रहे। सचिव आईटी ने हमले के नुकसान की आशंका को देखते हुए सभी सेवाएं बंद करने के आदेश दिए, ताकि डाटा और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। देर शाम तक विशेषज्ञों की टीम यूके स्वान को अस्थायी रूप से चालू करने में सफल रही।
सचिव आईटी नितेश झा ने कहा कि यूके स्वान को अस्थायी रूप से चालू किया जा चुका है, और जल्द ही बाकी सेवाओं को भी बहाल करने के प्रयास जारी हैं। साथ ही, इस साइबर हमले के कारणों की भी पूरी तरह से पड़ताल की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। आईडीए निदेशक नितिका खंडेलवाल ने बताया कि हम एक-एक करके वेबसाइटों को स्कैन कर रहे हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमने सेवाओं को सस्पेंड कर दिया था। खंडेलवाल ने कहा- कि सभी तरह का सरकारी डाटा सुरक्षित है, लेकिन हमले के संबंध में अभी तक ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है