राजाजी पार्क के वनकर्मियों को मिली ईमानदारी से ड्यूटी करने की सजा, आईपीएस को एंट्री से रोकने पर हुए सस्पेंड
HARIDWAR: उत्तराखंड में दो ईमानदार वनकर्मियों को अपना फर्ज निभाने की सजा मिली है। वन कर्मियों ने राजाजी नेशनल पार्क में नशे की हालत में यूपी के एक आईपीएस को एंट्री से रोका तो उल्टा उन पर ही कार्रवाई हो गई। (Forest guard and van daroga suspended for stopping IPS ENTRY in Rajaji) आईपीएस की शिकायत के बाद पार्क निदेशक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ड्यूटी पर तैनात वन दरोगा अनिल सिंह औऱ फॉरेस्ट गार्ड हरीश कुमार को निलंबित कर दिया। इससे वन कर्मचारियों और वन कर्मचारी संघ में रोष है।
दरअसल मामला 29 मार्च का है। राजानी नेशनल पार्क के गोहरी रेंज में वन विभाग के बैरियर पर एक वन दरोगा और फॉरेस्ट गार्ड अपनी ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान वहां यूपी नंबर की एक कार आयी और उसमें बैठे पर्यटकों ने अंदर जाने की जिद की। उनका कहना था कि वहां से अंदर जाकर उनकी जमीन है, लेकिन वनकर्मियों ने रात में जंगल में अंदर जाने की इजाजत नहीं दी। इस पर गाड़ी में सवार एक व्यक्ति ने खुद को यूपी का आईपीएस बताकर उन पर रौब झाड़ना शुरू कर दिया। बाद में आईपीएस की ओर से पुलिस और पार्क निदेशक से मामले की शिकायत की गई। इसमें वनकर्मियों पर बदसलूकी का आरोप लगाया गया। निदेशक ने वन दरोगा और फॉरेस्ट गार्ड को सस्पेंड कर दिया। जबकि वनकर्मियों का आरोप है कि आईपीएस और उनके साथी नशे की हालत में थे, औऱ जबरन पार्क में जाने की जिद कर रहे थे।
राजाजी पार्क के निदेशक अखिलेश तिवारी ने कहा, दोनों पक्षों में विवाद और कहासुनी का वीडियो वायरल हुआ है। इसके अलावा पर्यटकों की ओर से शिकायत भी दी गई है। इसके आधार पर दोनों वनकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। उधर इस मामले पर सहायक वन कर्मचारी संघ ने पार्क निदेशक से दोनों वनकर्मियों का निलंबन त्तकाल वापस लेने की मांग की है। संघ ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो वन कर्मी प्रदेशव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होंगे।