जोशीमठ में रक्षा मंत्री ने किया बीआरओ के 29 पुलों और 6 सड़कों का लोकार्पण
JOSHIMATH: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को जोशीमठ के ढाक पहुंचे। यहां से उन्होंने भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले जोशीमठ-मलारी हाईवे समेत देश के विभिन्न जगहों की 35 परियोजनाओं का लोकार्पण किया, जिसमें 28 पुल और 6 सड़कें शामिल हैं। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा क्षेत्र में सड़क निर्माण के लिए उत्तराखण्ड सरकार और स्थानीय प्रशासन ने सराहनीय कार्य किए हैं।
रक्षा मंत्री दोपहर करीब 12 बजे हेलिकॉप्टर से जोशीमठ पहुंचे और वहां से सड़क मार्ग से ढाक पहुंचे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 2023 में 125 प्रोजेक्ट को पूरा करके, BRO ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। BRO का काम मुख्यतः भारत के सीमावर्ती इलाकों पर केंद्रित है। कुछ सीमावर्ती राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह पता लगाने के लिए हमें अध्ययन की जरूरत है कि क्या सीमावर्ती राज्यों में प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ने में दुश्मनों का हाथ है।
रक्षामंत्री ने कहा कि हम सीमावर्ती क्षेत्रों को बफर जोन के रूप में नहीं मानते हैं। हमारे लिए वे हमारी मुख्यधारा का हिस्सा हैं। हम अपनी विकास यात्रा को समुद्र से सीमाओं तक ले जाना चाहते हैं। यही कारण है कि हम अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का निर्माण भी कर रहे हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार की सोच ही पिछले सरकारों से एकदम अलग है। उनके लिए सीमावर्ती इलाक़े और वहाँ का इंफ्रास्ट्रक्चर मायने नहीं रखता था क्योंकि उनके लिए बॉर्डर एरिया देश का अंतिम इलाक़ा होता था। हमारी सोच है कि बॉर्डर एरिया हमारे देश का चेहरा है। इसलिए हम सीमाओं पर भी विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहे हैं।