सरकार के जवाब, विपक्ष का हंगामा और बायकॉट, जानिए बजट सत्र के पहले दिन सदन में क्या क्या हुआ

Share this news

DEHRADUN: उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार से शुरू हो गया है। सत्र के पहले ही दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार विधानसभा के पटल पर वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट प्रस्ताव पेश करेगी। यशपाल आर्य सहित कई कांग्रेसी नेता (Congress uproar in house as budget session of Uttarakhand assembly begins) ग्रीष्‍मकालीन सत्र गैरसैंण में कराए जाने की मांग को लेकर सदन के बाहर धरने पर बैठ गए। इसके बाद सदन में भी जिला पंचायत के करप्शन, अधिकारियों द्वारा जनप्रर्तिनिधियों का अपमान करने और सवालों की संतोषजनक जवाब न मिलने पर कांग्रेस ने सदन में हंगामा किया। तिलकराज बेहड़ ने पुलिस पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया जिसके बाद कांग्रेस ने सदन से बायकॉट किया।

भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर बहस

विधानसभा सत्र में प्रश्नकाल के दौरान विधायक संजय डोभाल ने उत्तरकाशी जिला पंचायत में भ्रष्टाचार का मामला उठाया। जिस पर पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने जवाब में सदन को अवगत कराया कि प्रदेश में पंचायत, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत में भ्र्ष्टाचार के कुल 23 मामले लंबित है। इन पर सरकार नियमानुसार कार्रवाई कर रही है। बसपा विधायक शहजाद ने नियम 58 के तहत हरिद्वार में नशे की बढ़ते कारोबार पर चिंता जताई।

 

मंत्री के जवाबों से असंतुष्ट कांग्रेस का हंगामा

विधानसभा के प्रश्नकाल में जब मंत्री सतपाल महाराज विधायकों के सवालों का जवाब दे रहे थे, तो विपरक्षी विधायकों ने कई बार मंत्री को टोका। प्रीतम सिंह के एक सवाल के जवाब में जब सतपाल महाराज ने कहा कि वे उको जवाब के बारे में सूचित कर देंगे, इस पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और मंत्री से सदन में ही जवाब की मांग की। मंत्री से जवाब मिलने पर विपक्ष शांत हुआ

किच्छा कोतवाल ने किया बेहड़ का अपमान?

किच्छा से विधायक तिलकराज बेहड़ ने नियम 58 के तहत किच्छा मंडी में अपराधियों पर नकेल कसने में पुलिस की लापरवाही की आरोप लगाया। बेहड़ ने आरोप लगाया कि पुरानी गल्ला मंडी में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए उन्होंने किच्छा कोतवाल को पत्र लिखा था, लेकिन कोतवाल ने उनके पत्र को कूड़े में फेंक दिया, ये एक विधायक का और सदन का अपमान है। इस मुद्दे पर कांग्रेस ने वेल में जाकर हंगामा किया और वॉकआउट कर दिया। जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

(Visited 342 times, 1 visits today)

You Might Be Interested In